आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 88165 वादों का हुआ निस्तारण-जिला जज

आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में 88165 वादों का हुआ निस्तारण-जिला जज

नोएडा।PNI News। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन मुख्यालय व तहसील स्तर पर जनपद न्यायाधीश गौतमबुद्धनगर अशोक कुमार-सप्तम की अध्यक्षता एंव दिशा-निर्देशन में 11 दिसंबर को जनपद गोैतमबुद्धनगर में किया गया। जिसमें जनपद न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अधिकारीगण द्वारा कुल 30774 वाद तथा राजस्व न्यायालय द्वारा कुल 11741 वाद तथा प्री-लिटिगेशन स्तर पर बैकं द्वारा 924 मामलें , बीएसएनएल द्वारा 17, तथा परिवहन विभाग द्वारा 31096 तथा यातायात विभाग द्वारा 13613 संबंधित ई-चालान के कुल 45650 मामलो का निस्तारण हुआ। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जय हिंद कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि जनपद गौतमबुद्ध नगर में राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 88165 वाद निस्तारित हुये।

राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयवार निस्तारित वादों का विवरण निम्न है - अशोक कुमार-सप्तम, जिला जज 04 निष्पादन वादों का निस्तारण किया गया। आईपीएस जोश, पीठासीन अधिकारी वाणिज्य न्यायालय द्वारा 44 वाद व समझौता धनराशि 45936338 है। अशोक कुमार सिंह, पीठासीन अधिकारी मोटरयान दुर्घटना दावा अधिकरण द्वारा 85 वाद व समझौता धनराशि 45396078 है। मंजीत कुमार शेरोन प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा 61 वाद। वेद प्रकाश वर्मा, अपर जिला जज प्रथम द्वारा 02 वाद। दिनेश सिंह अपर जिला जज द्वितीय/विशेष न्यायाधीश/एस0सी0/एस0टी एक्ट द्वारा 02 वाद व जुर्माना धनराशि 1500 है। पुष्पेन्द्र सिंह अपर जिला जज तृतीय द्वारा 02 वाद। श्रीमती ज्योत्सना सिंह, अपर जिला जज चतुर्थ द्वारा 736 वाद व जुर्माना धनराशि 9963005 है। निरंजन कुमार अपर जिला जज/पोक्सो कोर्ट प्रथम द्वारा 03 वाद व जुर्माना धनराशि 1500 है। डाॅ0 अनिल कुमार सिंह अपर जिला जज/एफ0टी0सी प्रथम द्वारा 01 वाद व जुर्माना धनराशि 500 है। राजीव कुमार वत्स अपर जिला जज/एफ0टी0सी द्वितीय द्वारा 02 वाद व जुर्माना धनराशि 500 है। श्रीमती शैला प्रधान न्यायाधीश अतिरिक्त परिवार न्यायालय द्वारा 51 वाद। श्रीमती ऋचा उपाध्याय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 13410 वाद एंव जुर्माना धनराशि 3396200 है। श्री सुशील कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग) द्वारा 28 वाद व जारी उत्तराधिकार प्रमाण पत्रों की धनराशि 80340623 है। डा0 सुरेश कुमार एसीजेएम प्रथम द्वारा 3542 वाद व जुर्माना धनराशि 533810 है। विकास कुमार वर्मा एसीजेएम तृतीय द्वारा 3466 वाद व जुर्माना धनराशि 82940 है। प्रदीप कुमार कुशवाहा एसीजेएम द्वितीय 3708 वाद व जुर्माना धनराशि 73560 है। अवधेश कुमार सिविल जज (वरिष्ठ संवर्ग)/एफ0टी0सी द्वारा 1642 वाद व जुर्माना धनराशि 23370 है। नितिका महाजन अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) प्रथम व वर्चुअल कोर्ट द्वारा 2648 वाद व जुर्माना धनराशि 1659600 है। निमिषा गुप्ता सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) जेवर द्वारा 223 वाद व जुर्माना धनराशि 23200 है। हर्षिका रस्तोगी सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग)/एफटीसी द्वितीय द्वारा 752 वाद व जुर्माना धनराशि 98870 है। विनोद कुमार अग्रवाल अतिरिक्त न्यायालय संख्या 3 द्वारा 361 वाद व समझौता धनराशि 65756410 है। अध्यक्ष, स्थाई लोक अदालत अल्ला रक्खे द्वारा 01 वाद निस्तारित हुआ। इस प्रकार जनपद स्थित न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण द्वारा कुल 30774 वादों का निस्तारण किया गया। उक्त के अतिरिक्त राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार आदि समस्त विभागों से प्राप्त विवरण के अनुसार राजस्व के 11741 वाद निस्तारित हुये।
राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत प्री-लिटीगेशन स्तर पर बीएसएनएल के 17 मामले व धनराशि 184996 तथा बैंक के 924 मामले व धनराशि 174733000 तथा तथा परिवहन विभाग द्वारा 31096 तथा यातायात विभाग द्वारा 13613 संबंधित ई-चालान के कुल 45650 मामलें निस्तारित हुये। उपरोक्तानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 88165 मामलों का निस्तारण हुआ ।जिसमें समझौता धनराशि 357300394 है।
निस्तारित मामलों का प्रकृतिवार विवरण -
1- मोटरयान दुर्घटना प्रतिकर के निस्तारित 85 वादो में प्रतिकर की धनराशि 45396078 है।
2- पारिवारिक मामले 112 निस्तारित हुये।
3- दीवानी के 97 मामले निस्तारित हुये जिसमें समझौता धनराशि 194164971 हैं
4- उत्तराधिकार प्रमाणपत्र के 11 वाद निस्तारित हुये जिसमें आच्छादित धनराशि 80340623 है।
5- लघु शमनीय प्रकृति के 29156 वाद निस्तारित हुये जिसमें जुर्माना की धनराशि 8047180 हैं।
6- श्रम के 318 वाद निस्तारित हुये ।
7-धारा 138 एन0आई0एक्ट के 590 वाद निस्तारित हुये जिसमें समझौता धनराशि 101979160 हैं।
8- विद्युत अधिनियम के 734 वाद निस्तारित हुये जिसमें जुर्माना धनराशि 7713005 हैं।
9- राजस्व के 11741 वाद निस्तारित हुये।
10- अन्य प्रकृति के 26 वाद निस्तारित हुये हैं।
11-यातायात के ई-चालान से संबंधित 44709 वादों का निस्तारण हुआ। उपरोक्तानुुसार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 88165 वादों का निस्तारण हुआ जिसमें कुल समझौता धनराशि 3,57,300,394 है।