केजरीवाल सरकार के विरूद्ध भाजपा ने मनाया विरोध का सुपर संडे











12 विधानसभाओं में आयोजित हुईं जन चेतना सभाएं
नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा ने अरविंद केजरीवाल सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लियें आज विरोध का सुपर संडे मनाते हुए दिल्ली के 12 विधानसभा क्षेत्रों में जन चेतना सभाओं का आयोजन किया। सभी सभा स्थलों पर पार्टी द्वारा अरविंद केजरीवाल के झूठ एवं यू-टर्न पर आधारित बनाई गई विशेष शॉर्ट फिल्म “झूठा कहिन का“ को भी दिखाया गया।
12 विधानसभा क्षेत्रों आर.के. पुरम, दिल्ली कैंट, पटेल नगर, मटियाला, द्वारका, करावल नगर, तुगलकाबाद, छतरपुर, किराड़ी, नांगलोई, त्रिलोकपुरी एवं पटपड़गंज में आयोजित आज की जन चेतना सभाओं को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं राष्ट्रीय मंत्री डा. अल्का गुर्जर के आलावा वरिष्ठ नेताओं डा. रमेश पोखरियाल, किशनपाल गुर्जर, रामवीर सिंह बिधूड़ी, मीनाक्षी लेखी, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश साहिब सिंह, हंसराज हंस, विजेन्द्र गुप्ता, आदेश गुप्ता एवं श्याम जाजू आदि ने सम्बोधित किया।
आर.के पुरम में जन चेतना सभा को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि जिस तरह 2009 से केन्द्र में बनी कांग्रेस शासित यू.पी.ए. 2 सरकार की पहचान भ्रष्टाचार बना था उसी तरह दिल्ली सरकार में 2020 से प्रारम्भ केजरीवाल 3 की पहचान भी भ्रष्टाचार एवं घोटाले बन गये हैं। उन्होने कहा की यह अजब राजनीतिक विडम्बना है कि केजरीवाल जिस यू.पी.ए. 2 के भ्रष्टाचार पर बोलकर सत्ता मे आये थे आज उसी कांग्रेस के नेताओं के सहारे अपने भ्रष्टाचार के दाग न्यायालय में धुलवाना चाह रहे है पर शीघ्र ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी का राजनीतिक पतन भी कुछ वैसा ही होगा जैसा केन्द्र में कांग्रेस का हुआ है।
करावल नगर विधानसभा मे आयोजित जन चेतना सभा में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आज दिल्ली ही नहीं देशभर में जहाँ भी अरविंद केजरीवाल जाते हैं वहाँ जनता उनसे एक ही सवाल पूछती है - आप इतना कैसे बदल गये कि भ्रष्टाचार, भव्य महल, भयकारक सुरक्षा चक्र आपकी पहचान बन गये। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक ऐसे समय राजनीति में आये जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार भ्रष्टाचार के चलते अपनी राजनीतिक प्रतिष्ठा खो रही थी और दिल्ली की जनता ने उनको चुन कर स्वच्छ राजनीतिक महौल बनाने का एक मौका दिया पर आज लगातार सत्ता के 8 साल बाद केजरीवाल पर लगे भ्रष्टाचार के दाग कांग्रेस नेताओं पर लगे भ्रष्टाचार के दागों से प्रगाढ़ लग रहे हैं।
त्रिलोकपुरी एवं पटपड़गंज में आयोजित सभाओं में बोलते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्य मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं ऐसे राज्य उत्तराखंड से आता हूँ जहां के भोले-भाले लोगों ने सबसे पहले दिल्ली के लोगों को ठगने वाले अरविंद केजरीवाल को पहचान कर उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 99 प्रतिशत आम आदमी पार्टी प्रत्याशियों की जमानत जब्त करा कर भेजा। उन्होने कहा कि मैं केन्द्र में शिक्षा मंत्री भी रहा हूँ और तब मैंने केजरीवाल सिसोदिया के शिक्षा मॉडल को नजदीक से देखकर समझा कि इनको शिक्षा के प्रचार-प्रसार की बेहतरी से नहीं यह केवल स्कूलों के माध्यम से नक्सली सोच को बढ़ाना चाहते हैं।
डॉ. अलका गुर्जर ने छतरपुर में जनसभा को सम्बोधित करते हुये कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार एक ऐसी सरकार है जिसमे ना महिलाओं को सम्मान है ना पिछड़ों को सम्मान है, दलितों के नाम पर भी उन्होंने अपनी सरकार में दिल्ली के एक धनाढ्य बिल्डर को स्थान दिया है। दिल्ली की जनता अब केजरीवाल के गंदे राजनीतिक खेल को समझ चुकी है और आगामी चुनावों में पूरी तरह नकार देगी।
किशनपाल गुर्जर ने तुगलकाबाद की सभा में कहा कि खेद पूर्ण है कि आज जब दिल्ली के गरीब एवं सामान्य नागरिक बूंद-बूंद पानी के लिये परेशान है, दिल्ली में झुग्गी में रहने वाले अपने बच्चों के लिये पक्के घर के लियें परेशान हैं ऐसे समय अरविंद केजरीवाल द्वारा बनाये जाने के समाचार ने दिल्ली के गरीबों को विचलित किया है। दिल्ली की जनता केजरीवाल को इस भ्रष्टाचारी आचरण के लिये कभी माफ नहीं करेगी।
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दिल्ली को संपूर्ण राज्य मानने की गलती कर अरविंद केजरीवाल यह भूल गए हैं कि केंद्र सरकार के सहयोग के साथ ही दिल्ली में सरकार चलती आई है। केजरीवाल के तानाशाही रवैये ने बता दिया है कि वह दिल्ली में सिर्फ भ्रष्टाचार करना और जनता के पैसों से अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने सत्ता में आये हैं। उन्हें ना ही दिल्ली के विकास से मतलब है या ना ही दिल्ली की जनता से।
नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के खजाने को बेलगाम होकर लूटा है। नई तरह की राजनीति करने के नाम पर वह झूठ और फरेब की राजनीति करके दिल्ली का खजाना लूट रहे हैं। केजरीवाल ने पिछले आठ सालों में दिल्ली में शीशमहल घोटाला, शराब घोटाला, हवाला घोटाला, क्लास रूम घोटाला, जल बोर्ड घोटाला, डीटीसी घोटाला और जासूसी घोटाला करके अपनी असलियत जनता के सामने रख दी है। दिल्ली की जनता ऐसे व्यक्ति को कभी माफ नहीं करेगी।
सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की जनता विकास चाहती है लेकिन केजरीवाल ने विनाश तक पहुंचा दिया है। न कोई नया स्कूल, न कॉलेज, न बस, न फ्लाई ओवर, न सड़कें, न पानी, न बिजली और न ही विकास की अन्य परियोजनाएं। दिल्ली की जनता अब अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रही है और आने वाले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को दिल्ली से उखाड़ फेंकने का मन बना चुकी है।
प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि सरकारी अधिकारियों पर अरविंद केजरीवाल ने मनमाने ढंग से काम कराने का दबाव बनाया और आज उसी का परिणाम है कि आठ अधिकारियों ने उनके उपर उत्पीड़न का आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल के अनुसार सरकारी अधिकारी काम नहीं करते तो उनके घरवालों को टारगेट किया जा रहा है और पंजाब से आये एक अधिकारी ने तो यह भी आरोप लगाया है कि जब हम इसकी शिकायत सरकार से करते हैं तो सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आती है।
सांसद हंसराज हंस ने कहा कि दिल्ली की जनता कौतुहल के साथ सोच रही है कि चार कमरों में रहने का झांसा देकर जो व्यक्ति सत्ता में आया था, उसका बंगला शीशमहल कैसे बन गया। इसीलिए मैंने केजरीवाल को यह सुझाव दिया है कि वह अपने शीशमहल को जनता को दिखाने के लिए खोल दें ताकि जनता देख सके कि करोड़ों रुपए के पर्दे, ग्रेनाइड, दीवारें और सजावट का सामान कैसा होता है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि जिन मंत्रियों की तारीफ करते केजरीवाल नही थकते थे, आज वे दोनों मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन जेल के अंदर हैं और उसके बावजूद केजरीवाल खुद को कट्टर ईमानदार और साफ छवि वाले नेता बता रहे हैं।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली में एक ऐसी सरकार चला रहे हैं जिसका आधार ही भ्रष्टाचार है। शराब नीति के वक्त जब भाजपा ने आरोप लगाया तो उस वक्त नीति को दिल्ली के हित में बता रहे थे लेकिन जब जांच शुरु हुई तो शराब नीति को तुरंत वापस ले लिया।
श्याम जाजू ने कहा कि केजरीवाल एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने इमानदारी आधार पर अपनी सरकार बनाई पर आज उसी के महाराजा बन बैठे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरु हुई अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक सफर भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हो गया है और जिन लोगों ने उन्हें सत्ता पर बैठाया था, वही अब उन्हें उखाड़ फेंकने का मन बना चुके हैं।



