बिजली विभाग में इतना बड़ा झोल, आखिर कौन है गुनाहगार

गाजीपुर : अभी तक तो जिला अस्पताल में ही दलालों का बोलबाला था, लेकिन बिजली विभाग भी अब इससे अछूता नहीं रह गया है ।मीटर रीडर सहित विभाग से जुड़े अन्य कर्मचारी मीटर रीडिंग, पीडी सहित अन्य कार्य कराने के लिए उपभोक्ताओं से अच्छा खासा धन उगाही करते हुए अपनी जेब गर्म कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस मनमानी की जानकारी अधिकारियों को भी है लेकिन वे चुप्पी साधे हुए हैं। इन दिनों बिजली विभाग बिजली चोरी को लेकर एक्शन मोड पर है उसके द्वारा आए दिन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है इस दौरान जो भी बिजली चोरी करते हुए पाए जा रहे हैं उनके खिलाफ एफ आई आर के साथ ही अन्य विभागीय कार्रवाई की जा रही है। यही नहीं बड़े बकायेदारों का कनेक्शन भी काटा जा रहा है। लेकिन विडंबना यह है कि एक तरफ जहां बड़े साहब कनेक्शन कटवा रहे हैं वहीं छोटे कर्मचारी अपने लाभ के लिए बाद में काटे गए कनेक्शन को जोड़ने का काम कर रहे हैं । सूत्रों की माने तो बिजली चोरी में जिनके खिलाफ f.i.r. हो रहा है उसको भी रफा-दफा करने के लिए पीड़ित उपभोक्ता के सामने सुविधा शुल्क की मांग की जा रही है। विभाग के कर्मियों का यह खेल यहीं पर समाप्त नहीं होता है ।इनके द्वारा पी डी और मीटर रीडिंग सही कराने के नाम पर उपभोक्ताओं से अच्छी खासी रकम वसूली जा रही है। लाख चेकिंग के बाद भी मीटर रीडरो और कर्मियों की मेहरबानी से तमाम लोग बाईपास कनेक्शन के जरिए एसी का प्रयोग कर कुल-कुल हो रहे हैं हैं सूत्रों की मानें तो चेकिंग टीम के पहुंचने से पहले ही कर्मी उक्त व्यक्ति को सूचना देकर बाईपास कनेक्शन हटवा देते हैं। ऐसे में बिजली चोरी पर किस हद तक विभाग अंकुश लगा पाएगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। कुल मिलाकर बिजली विभाग में दलालों का दायरा तेजी से बढ़ता जा रहा है जिससे उपभोक्ताओं का शोषण हो रहा है ऐसा नहीं कि अधिकारी इस गलत कार्य से अवगत नहीं है। लेकिन पता नहीं किस कारणों से इस पर रोक लगाना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। इस संबंध में जब एक्सईएन से फोन से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा मेरे संज्ञान में नहीं है और अगर ऐसा होता है तो निश्चित रूप से संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।