इस्कॉन ने मनाया होली महोत्सव व श्री चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव दिवस











नोएडा। इस्कॉन नोएडा में होली तथा श्री चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव दिवस, गौर पूर्णिमा बड़े धूमधाम से मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम सांय 6 बजे कीर्तन से प्रारम्भ हुआ। इस्कॉन के भक्तों ने मृदंग, करताल एवम् बांसुरी पर सुमधुर कीर्तन किया जिस पर श्रद्धालुओं ने खूब जमकर नृत्य किया।
इसी बीच भगवान् का पंचगव्य (दूध, दही, घी, शहद और ताज़े फलों का रस) से अभिषेक किया गया जिसे बाद में भक्तों में चरणामृत के रूप में वितरित किया गया। तत्पश्चात् परम् पूज्य लोकनाथ स्वामी महाराज ने श्री चैतन्य महाप्रभु के आविर्भाव के महत्त्व पर प्रवचन दिया और इसी के साथ मन्दिर में आयोजित चार दिवसीय गौर कथा का समापन हुआ।
महाराज ने बताया कि श्री चैतन्य महाप्रभु का आविर्भाव आज से 537 वर्ष पूर्व बंगाल में तब हुआ जब धर्म विरोधी ताकतें फल फूल रही थीं और जन सामान्य धर्म को लेकर पथ भ्रष्ट हो रहा था। ऐसे समय में भगवान् श्री कृष्ण स्वयं अपने भक्त रूप में प्रकट हुए एवं लोगों को हरे कृष्ण महामंत्र प्रदान करके उनका उद्धार किया। आज जब सम्पूर्ण विश्व अशांति से पीड़ित है केवल हरे कृष्ण महामंत्र के जप एवं कीर्तन से ही विश्व में शान्ति आ सकती है।
इस अवसर पर भगवान् का विशेष श्रृंगार किया गया। वृन्दावन से विशेष पोशाक मंगाई गई थी। पूरे मन्दिर को फूलों एवम् अन्य सजावटी सामान से सजाया गया था। भगवान् को 200 से अधिक भोग अर्पित किए गए जिसमें देशी और विदेशी कईं प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन सम्मिलित थे। तत्पश्चात् भगवान् की महा आरती उतारी गई।
भगवान् का लगभग 1000 किलो फूलों की पंखुड़ियों से अभिषेक किया गया जिससे भक्तों ने आपस में फूलों की होली खेली। सभी ने एक दूसरे का आलिंगन करके एवं फूलों की वर्षा करके बधाई दी। इस्कॉन नोएडा मन्दिर के अध्यक्ष श्रीमान वंशीधर दास जी ने समस्त नोएडा वासियों को शुभकामनाएं देते हुए सभी के उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की। उन्होंने सभी से केमिकल फ्री रंगों से मुक्त होली खेलने की अपील की।
कार्यक्रम के अन्त में सभी के लिए भरपेट प्रसादम वितरित किया गया। कुल मिलाकर उत्सव अत्यन्त उत्साहपूर्ण एवं उल्लास से भरा रहा। उत्सव में लगभग 1500 लोगों ने भाग लिया।



