मिस यूनिवर्स ग्रेट भारत के दौरे पर, शीरोज हैंगआउट कैफे जाकर एसिड अटैक सर्वाइवर्स से की मुलाकात

मिस यूनिवर्स ग्रेट भारत के दौरे पर, शीरोज हैंगआउट कैफे जाकर एसिड अटैक सर्वाइवर्स से की मुलाकात

शीरोज हैंगआउट शुरू कर रहा है अपना चौथा आउटलेट, मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन करेगी उद्घाटन

मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन नोकी सिंबानी एमयूजीबी के कैंपेन Not In Vain के अंतर्गत 28 सितंबर को शीरोज हैंगआउट की एसिड अटैक सर्वाइवर्स से मिलने नोएडा पहुंची। हर साल मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन की विजेता अनिवार्य तौर पर सोशल वर्क के लिए इंडिया आती हैं और शीरोज हैंगआउट की एसिट अटैक फाइटर्स के साथ समय गुजारती हैं। इसके लिए ‘A Sisterhood’ की टीम उनकी मदद करती है। उनकी छह दिवसीय यात्रा के दौरान साल 2021 की विनर एमा कॅालिंगरिज, एमयूजीबी की डायरेक्टर पाउला अबंदोनातो, रनर अप कंटेस्टेंट त्रिशाला लखानी समेत कुल छह सदस्य मौजूद रही।

अपने पहले से तय कार्यक्रम के तहत 28 सितंबर, शाम चार बजे, वे एसिड अटैक सर्वाइवर्स के पुनर्वास कार्यक्रम शीरोज हैंगआउट के नोएडा स्टेडियम स्थित कैफे आउटलेट का उद्घाटन किया। इस दौरान वे दिल्ली एनसीआर के तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों से भी रूबरू हुए।

हर साल ग्रेट ब्रिटेन की यह प्रतियोगिता महिलाओं पर हो रहे एसिड अटैक को लेकर न केवल जागरूकता बढ़ाती है बल्कि जीतने वाली मिस यूनिवर्स को भारत में चल रहे शीरोज कैफे में कार्यरत तेजाब हमलों की पीड़ित महिलाओं से रूबरू भी करवाता है। इसी अभियान के तहत साल 2016 के सितंबर महीने में ग्रेट ब्रिटेन की मिस यूनिवर्स जैमी-ली फाल्कुनर ने पहली बार आगरा के शीरोज कैफे का दौरा किया था। इस तरह हर साल इस कार्यक्रम के द्वारा एमयूजीबी इंडिया विजिट कर सर्वाइवर्स से मिलती आ रही हैं और एसिड अटैक के मुद्दे को अंतराष्ट्रीय मंचों पर लाने में सहयोग कर रही हैं। 


2016: जैमी-ली फाकनर 
2017: एना मारिया बर्डजी
2018: डी एन केंटिस रॅाजर्स
2019: एमा जेनकिंस 
2020: जेनेट आकुआ
2021: एमा कॅालिंगरिज
2022: नोकी सिंबानी


भारतीय अंदाज में किया स्वागत

नोकी सिंबानी 28 सितंबर को शाम चार बजे नोएडा स्टेडियम स्थित कैफे शीरोज हैंगआउट पहुंची। यहां उनका स्वागत एसिट अटैक सर्वाइवर्स द्वारा भारतीय शैली में आरती की रस्म के साथ किया गया। नए कैफे के उद्घाटन के बाद, सिंबानी यहां काम कर रही महिलाओं से मुलाकात कर उनकी जिंदगियों की झलकी ली। साथ ही इस अनूठे कैफे के संचालन के बारे में भी सर्वाइर्स से उनके अनुभव जाना। शाम पांच बजे मिस यूनिवर्स टीम की डाक्यूमेंट्री नाट इन वेन (Not In Vain) की स्क्रीनिंग हुई। जिसमें शीरोज को भी दिखाया गया है। साथ ही वे शहर के ऐसे तमाम सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों को भी सम्मानित किया। जिन्होने एसिट अटैक सर्वाइवर्स के अभियान में मदद की है। शाम सात बजे म्यूजिक फैक्ट्री द्वारा एक संगी कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस विशेष अवसर पर शहर के तमाम प्रतिष्ठित लोगों को हाई टी पर आमंत्रित किया गया था।

चार एसिड अटैक सर्वाइवर्स को मिलेगा रोजगार 

शीरोज कैफे अपने तीन कैफे प्रोजेक्ट के तहत लगभग तीस एसिड सर्वाइवर्स को सीधे तौर पर रोजगार दे रहा है। इसी क्रम में नोएडा स्टेडियम के गेट संख्या 4 पर खुल रहे छोटे से कैफे पर कम से कम चार से पांच एसिड सर्वाइर्स के लिये रोजगार के अवसर पैदा होंगे। फिलहाल नोएडा स्टेडियम स्थित कैफे पर छह एसिड अटैक सर्वाइवर महिलाएं कार्यरत हैं। 

मिस यूनिवर्स बनाएंगी माकटेल, शीरोज सीखा कुछ नई रेसिपी

मिस यूनिवर्स कैफे पर माकटेल की कुछ रेसिपी भी ट्राई किया और सभी शीरोज को कुछ नए डिंक्स से रूबरू कराया। इससे पहले भी पिछले सालों के मिस यूनिवर्स ग्रेट ब्रिटेन के आयोजन के दौरान प्रतिभागियों ने मिशन के लिये खाना बनाकर न केवल लोगों का दिल जीता था बल्कि अभियान के लिये सहायता राशि भी जुटाई थी।



क्या है शीरोज हैंगआउट 

शीरोज हैंगआउट एसिड अटैक सर्वाइर्स द्वारा चलाया जा रहा अपने आप में एक इकलौता ऐसा कैफे है जहां न केवल चेहरे से विकृत की जा चुकी महिलाओं को रोजगार दिया जाता है बल्कि उन्हे जीवन जीने के लिये हौसला और समूह भी मिलता है। इन महिलाओं के समूह ने पिछले तीन सालों में देशभर में तीन कैफे (आगरा, लखनऊ, नोएडा) शुरू किये हैं जिससे कम से कम 35 महिलाओं को रोजगार और 200  से अधिक महिलाओं को सहायता मिली है। शीरोज दुनियाभर में अपने काम के लिये जाना जा रहा है। इससे पहले भी Harry Potter के हीरो ल्यूसिअस मेल्फ्वाय Lucius Malfoy, इटली के पूर्व प्रधानमंत्री पाओलो जेंटिलोनी, फेसबुक की कोर टीम, बालीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, दिया मिर्जा, कल्कि कोचीन, स्वरा भाष्कर, गायक सोना महापात्रा जैसे तमाम महत्वपूर्ण लोग कैफे का दौरा कर चुके हैं। साल 2020 में मेघना गुलजार ने शीरोज की महिलाओं से प्रभावित होकर छपाक निर्देशन कर इस मुद्दे को देश की मुख्यधारा में चर्चा का केंद्र बनाया था।

इससे पहले हर साल मिस यूनिवर्स छांव फाउंडेशन के सभी सेंटर्स का दौरा पचास से भी ज्यादा एसिड अटैक फाइटर्स से मिल चुकी हैं। इस बार भी वे नोएडा में एसिड अटैक सर्वाइर्स के इलाज और काउंसलिंग के लिये बनाए जा रहे पुनर्वास केंद्र को भी देखेंगी और प्रोजेक्ट के लिये सहायता जुटाएंगी। मिस यूनिवर्स की स्टेज पर भी ने एसिड अटैक के मुद्दे को जोरदारी से उठाया जाएगा और इसके विरूद्ध ग्लोबल एडवोकेसी का प्लान तैयार होगा। मिस यूनिवर्स के मुताबिक लोग इस मुद्दे के बारें में बहुत भावुक हैं और उन्हे साथ जोड़कर हम समाज में इस तरह के अपराधों पर लगाम लगा सकते हैं। यही कारण है कि उन्होने भारत पहुच कर अधिक से अधिक महिलाओं से मिलने का मिशन लिया है।