प्रसिद्ध अंर्तराष्ट्रीय डिजाइनर सुश्री ताला अलामुद्दीन को एमिटी में प्रोफेसरशिप की मानद उपाधि से किया सम्मानित

प्रसिद्ध अंर्तराष्ट्रीय डिजाइनर सुश्री ताला अलामुद्दीन को एमिटी में प्रोफेसरशिप की मानद उपाधि से किया सम्मानित

नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी स्कूल फैशन टेक्नोलॉजी द्वारा प्रसिद्ध अंर्तराष्ट्रीय डिजाइनर और उद्यमी सुश्री ताला अलामुद्दीन को डिजाइन के क्षेत्र में उनकी उपलब्धि एवं योगदान के लिए प्रोफेसरशिप की मानद उपाधि से सम्मानित किया। एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में सुश्री ताला अलामुद्दीन को एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी और एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स की चेयरपरसन श्रीमती दिव्या चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और ग्रूप्‌ एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा प्रदीप जोशी द्वारा प्रोफेसरशिप की मानद उपाधि प्रदान की गई।

प्रसिद्ध अंर्तराष्ट्रीय डिजाइनर और उद्यमी सुश्री ताला अलामुद्दीन ने धन्यवाद देते हुए कहा कि एमिटी जैसे वैश्विक संस्थान से प्रोफेसरशिप की मानद उपाधि प्राप्त करने पर गौरवांवित महसूस कर रही है। अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मुझे अपने कौशल को पहचानने में काफी समय लगा लेकिन यह एक अविश्वनीय यात्रा रही है। विश्व एक सीप की तरह है और मेरा मानना है कि इंसानों में करूणा और सहानुभूति के गुण होते है जिसके माध्यम से वे हमेेशा दूसरे इंसान को कुछ दे सकते है। मै अपनी रचनाएं अच्छे इरादों के साथ बनाती हूं और मेरे ब्रंाड के तहत बनाए गए बैग बहुत उपयोगी और कार्यात्मक है। हर व्यक्ति स्वंय में अनूठा है इसलिए उन्हे अपने मूल सहानुभूतिपूर्ण मूल्यों के प्रति ईमानदार रहना चाहिए। अपना स्वंय का ब्रांड प्रारंभ करने वाले छात्रों के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि अपने हदय की बातों को सुने, सुसंगत, लचीले एवं विन्रम बने, कभी हार ना माने और लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए कार्य करते रहे आप जीवन में अवश्य सफल होगें।

एमिटी स्कूल ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी और एमिटी स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स की चेयरपरसन श्रीमती दिव्या चौहान ने स्वागत करते हुए कहा कि आज का दिन एमिटी के फैशन डिजाइनर छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जब उन्हे वैश्विक व्यक्तित्व और प्रसिद्ध डिजाइन सुश्री ताला से मिलने का अवसर प्राप्त हो रहा है। हमारा उददेश्य छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए वैश्विक अनवारण प्रदान करना है इसलिए छात्रों को अंर्तराष्ट्रीय डिजाइनर सुश्री ताला अलामुद्दीन से मिलने और इनके विचारों को जानने का अवसर प्रदान किया गया। श्रीमती चौहान ने कहा कि युवा डिजाइनर होने के नाते आपको वर्तमान वैश्विक परिक्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों, अपना उद्यम प्रारंभ करने के लिए स्वंय के अंदर कौन से कौशलों को विकसित करना है इन सब को जानना आवश्यक है जो आपको इन विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से प्राप्त होगा।

एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि सुश्री ताला आज के युवा डिजाइनरों की सबसे बड़ी रोल मॉडल एंव प्रेरणास्त्रोत है और युवा इनसे प्रेरणा ले कर स्वंय का उद्यम प्रारंभ करते है। आज लगभग हर क्षेत्र महिलाये पुरूषों के बराबर है और अपनी योग्यता एंव प्रतिभा को साबित कर रही है सुश्री ताला इसका बेहतरीन उदाहरण है। देश को विकसित भारत बनाने की दिशा में प्रमुख कार्यो में सर्वप्रथम कार्य लोगो को सशक्त बनाना है जिसमें नारी सशक्तिकरण भी शामिल है। हम एमिटी के युवाओं को सशक्त एंव शिक्षित कर उन्हे राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करते है जिससे वे देश का नाम वैश्विक स्तर पर रौशन करें।

इस अवसर पर ग्रूप्‌ एडिशनल प्रो वाइस चांसलर डा प्रदीप जोशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में एमिटी स्कूल फाइन आटर्स के डा वरूण सहाय भी उपस्थित थे।