शारदीय नवरात्र के पहले दिन संगीतमय श्री रामकथा का आयोजन
गाज़ीपुर मरदह क्षेत्र के बोगना बड़का गांव में ब्रह्म बाबा के स्थान पर चैत्र नवरात्रि की द्वितीय दिन बुधवार रात्रि को नवदिवसीय संगीतमय श्री राम कथा का शुभारंभ हुआ। श्री राम कथा के दूसरे दिन कथा का शुभारंभ कथा के मुख्य यजमान सतेन्द्र उर्फ पिंटू मिश्रा और उनकी धर्मपत्नी प्रियंका मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर और श्रीधाम अयोध्या से आए कथावाचक पूज्य अजीत जी महाराज को माल्यार्पण कर कथा का आयोजन हुआ। शारदीय नवरात्रि के दूसरे दिन कथा वाचक पूज्य अजीत जी महाराज ने मां ब्रह्मचारिणी का स्मरण कर शिव बारात की कथा सुनाई। कहा कि नारद को जैसे ही पता लगा कि राजा हिमांचल के घर पार्वती का जन्म हुआ है, तो वह राजा के पास पहुंच गए।नारद ने जगत जननी को प्रणाम किया। इसके बाद राजा को बता दिया था कि पार्वती तपस्या करें तो भगवान शंकर प्राप्त हो सकते हैं। राजा चाहते थे कि बेटी के जीवन में कोई कष्ट नहीं आए, सो वह बेटी की उम्र का वास्ता देकर नारद को मनाने लगे।कथा वाचक अजीत महाराज ने शिव और पार्वती के विवाह से जुड़े सभी प्रसंग सुनाए। शिवजी के गण श्रृंगार करने में लग गए। जटाओं का मुकुट बनाकर उस पर सांपों का मौर सजाया गया। शिवजी ने सांपों का ही कुंडल व कंगन पहने, शरीर व विभूति रमाई और वस्त्र की जगह बाघ का खाल लपेटकर बारात लेकर पहुंचे जिसे देख लोग आश्चर्यचकित हो गए। शिवजी को इस रूप में देखने के लिए अनेक देवी देवता पहुंचे थे। शिव बारात में बारातियों का चयन कर लिया गया सभी का नाम आ गया। लेकिन शिवगण श्रृंगी, भृगी, भूत प्रेत सोचने लगे कि उनका तो बारात में जाना संभव नहीं है। शिवजी उनके प्रेम भाव को समझ गए और बोले, जगत में जितने भूत पिशाच आदि हैं सभी को निमंत्रण है, बारात में सब चलेंगे।
आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर कथा में मुख्य रूप से मौजूद आशीष कुमार, यादवेंद्र सिंह,रोशन पांडेय,,रामजन्म चौहान लेखपाल,विनोद मिश्रा,प्रशांत मिश्रा,सतीश गुप्ता, पियूष सिंह,सुरेश मिश्रा,अंगद,शिवम,शुभम सिंह, सहित अन्य लोग भी शामिल रहे। श्री राम कथा में आए सभी आगंतुकों को प्रवीण कुमार पांडेय ने आभार व्यक्त किए।