उत्तराखंड पब्लिक स्कूल के खुलने से छात्रों के चेहरे पर मुस्कान

उत्तराखंड पब्लिक स्कूल के खुलने से छात्रों के चेहरे पर मुस्कान

नोएडा। गौतमबुद्धनगर पेरेंट्स वेल्फेयर सोसाइटी (जीपीडब्ल्यूएस) के पदाधिकारियों ने कॉल कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये आपस में बैठक की तथा गहन विचार विमर्श किया गया और उत्तराखंड पब्लिक स्कूल के प्रबंधन ने अपने ट्रस्ट उत्तराखंड जन कल्याण परिषद द्वारा करीब 4.19 जमा करा कर सीज़ड संस्थागत भूखण्ड के निरस्तीकरण की बहाली कराने तथा स्कूल को आज से शुरू होने पर अभिभावकों, प्रधानाचार्या मोहिनी नेगी व प्रबंधक हरीश पपनई को हार्दिक धन्यवाद एवं शुभकामनाएं दीं तथा विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए ईश्वर से कामना की।

गौतमबुद्धनगर पेरेंट्स वेल्फेयर सोसाइटी (जीपीडब्ल्यूएस) के संस्थापक ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा स्कूल की सील खोलकर प्रबंधन को बकाया राशि को दो किश्तों में जमा करने का छह माह (30 नवंबर) का समय दिया गया है जो कि असंभव सा प्रतीत होता है। यदि प्रबंधन बकाया राशि जमा करने में असफल रहता है तो इसकी गाज किस पर गिरेगी  प्रबंधन पर या विद्यार्थियों पर विशेषकर कक्षा 9 और कक्षा 11 के विद्यार्थी जिनकी बोर्ड की परीक्षा के लिए सी.बी.एस.ई. में पंजीकरण 2 या  3 महीने के अंदर हो जाना है। हम सभी आशा करते हैं कि प्रबंधन ने सभी विद्यार्थियों का भविष्य तथा इतनी बड़ी धनराशि का इन्तेजाम को ध्यान में रखकर  प्राधिकरण को छह माह के लिए हामी भरी होगी। जैसे आज 10 दिन के बाद स्कूल आते-जाते समय तथा कक्षाओं में बच्चों के चेहरे पर बड़ी प्यारी सी मुस्कान थी यह मुस्कान हमेशा बनी रही ऐसी कामना हम (जीपीडब्ल्यूएस) सभी करते हैं।

 

कॉल कॉन्फ्रेंसिंग में संस्थापक  मनोज कटारिया के साथ अध्यक्ष कपिल शर्मा, उपाध्यक्ष योगेश भागौर, कोषाध्यक्षा गीता विद्यार्थी, सहायक कोषाध्यक्ष विजय श्रीवास्तव सचिव धर्मेंद्र नंदा एवं जे एस बेदी आदि ने भाग लिया तथा अन्य मुद्दे जैसे माननीय उच्च न्यायालय द्वारा 15% फीस समाहित या वापिस करना, आर.टी.ई. के तहत वंचित बच्चों का संपन्न स्कूलो में प्रवेश आदि पर गहन विचार विमर्श किया गया।