डॉ आशीष गौतम ने बेरिएट्रिक सर्जरी से सचिन को दी जीवन की नई राह

डॉ आशीष गौतम ने बेरिएट्रिक सर्जरी से सचिन को दी जीवन की नई राह

गाजियाबाद। PNI NEWS। मोटापा किसी भी इंसान के जीवन में अभिशाप है। मोटापे के कारण कोई भी इंसान न तो खुलकर जी पाता है और साथ ही उसके शरीर में नई नई बीमारी घर करने लगती है। मोटापे से परेशान एक नौजवान के जीवन को नई राह देने का काम किया है भारत के जाने माने बेरीएट्रिक सर्जन डॉ आशीष गौतम ने जो अब तक सैकड़ों मरीजों की सफल बेरिएट्रिक सर्जरी कर चुके हैं। डॉ गौतम ने मोटापे से परेशान आगरा के रहने वाले सचिन के जीवन को सफल बेरिएट्रिक सर्जरी के जरिये एक नई राह दिखाई है। 

बता दें कि आगरा के रहने वाले सचिन अपने 148 किलो वजन से बेहद परेशान थे। डॉ आशीष गौतम द्वारा बेरिएट्रिक सर्जरी किये जाने के बाद सचिन ने अपना 47 किलो वजन कम किया है। सचिन बताते हैं कि वह मोटापे के कारण उनके पैरों में भी दर्द की शिकायत रहती थी। इसके साथ ही शरीर मे सुस्ती का कारण भी यही मोटापा था। सचिन बताते हैं कि मोटापे से निजात पाने के लिए उन्होंने कई तरीके अपनाए। उन्होंने जिम जाना शुरू किया, डाइटिंग शुरू की साथ ही कई किलोमीटर की दौड़ को भी अपने रूटीन में शामिल किया। लेकिन इन सब उपायों का नतीजा भी शून्य ही निकला। इसके बाद सचिन ने गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित यशोदा असप्ताल में कार्यरत देश के जाने माने बेरिएट्रिक सर्जन डॉ आशीष गौतम से मुलाकात कर उन्हें अपनी मोटापे की समस्या बताई। डॉ आशीष गौतम ने उन्हें बेरिएट्रिक सर्जरी की सलाह देकर मोटापे से निजात दिलाने का सुझाव दिया जिसके बाद सचिन ने अपनी बेरिएट्रिक सर्जरी करवाई। सर्जरी के बाद सचिन का वजन 47 किलो कम हुआ है। सचिन बताते हैं कि मोटापे के कारण उनके पैरों व नसों में होने वाले दर्द से भी उन्हें निजात मिल गई है। साथ ही उनकी पर्सनैलिटी पर भी इसका अनुकूल प्रभाव पड़ा है। सचिन ने डॉ आशीष गौतम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ गौतम देश के उन बेहतर चिकित्सकों में से एक हैं जो मरीज की परिवार की तरह देखभाल करते हुए सही सलाह देते हैं। वहीं बेरिएट्रिक सर्जरी के बाद सचिन का वजन लगातार कम हो रहा है और वह पूरी तरह स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। 

देश के बेहतरीन बेरिएट्रिक सर्जनों में शुमार डॉ आशीष गौतम से हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि वह अब तक सैकड़ों मरीजों की सफल बेरिएट्रिक सर्जरी कर चुके हैं। बेरिएट्रिक सर्जरी के बाद सभी मरीज मोटापे से निजात पाकर सामान्य रूप से जीवन जी रहे हैं। सर्जरी के बाद मरीज खुद को एक नए रूप में पाता है और खुद में सकारात्मक प्रभाव महसूस करता है।