विश्व साक्षरता दिवस पर कला भारती ने थामा अफगानिस्तान के अनाथ बच्चो का हाथ

विश्व साक्षरता दिवस पर कला भारती ने थामा अफगानिस्तान के अनाथ बच्चो का हाथ

दिल्ली।PNI News। विश्व साक्षरता दिवस कला भारती फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने अफगानिस्तान से आए इस परिवार की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। इन बच्चों की शिक्षा के लिए कला भारती प्रतिबद्ध है और अपनी ओर से हर संभव प्रयास में जुटी है।

बता दें की बनिफशान के पति की तालिबान ने हत्या कर दी थी। उसका कसूर सिर्फ इतना था की वह अमेरिकन एंबेसी में रसोइए का काम करता था। और अमेरिकन को भाषाई मदद भी करता था। बनिफ्शान डर की वजह से भारत भाग आई और यहां आकर अपने बच्चों का जैसे तैसे भरण पोषण कर रही हैं। कई बार तो बच्चों को भूखे पेट भी सोना पड़ता है।
कला भारती की अध्यक्ष ममता सोनी ने मिलने के बाद बताया की इनके हालात देखकर किसी की भी आंखों में आसूं आ जाए।
साजिया सोजई भी अफगानिस्तान से हैं और कला भारती संस्था की पीस एंबेसेडर हैं । वे चाहती हैं की भारत के लोग ऐसे परिवारों की मदद करें और इन बच्चों को भी मूलभूत सुविधा मिले।
इस मौके पर मौजूद श्यामली राठौर और प्रीति ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। उम्मीद है की इस परिवार के लिए कुछ हो पाएगा।
कला भारती के संस्थापक सुशील भारती ने बताया की ऐसे बहुत से अफगानिस्तान से आए हुए परिवार हैं जिनमें अक्सर बच्चे अनाथ हो चुके हैं। जिन्हें मदद की जरूरत है। आइए इन जरूरतमंद बच्चों को पढ़ाने का प्रण लें। बच्चों के हाथों में बंदूकों की जगह किताबें आए, जिससे एक सुंदर दुनिया का निर्माण हो।