हिंदू महासभा की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं - स्वामी चक्रपाणि महाराज

हिंदू महासभा की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं - स्वामी चक्रपाणि महाराज

नई दिल्ली। अखिल भारत हिंदू महासभा की 109 वा स्थापना दिवस मंदिर मार्ग केंद्रीय कार्यालय पर बहुत धूमधाम से मनाया गया सुबह से  ही भगवा टोपी और पटके में कार्यकर्ताओं की मौजूदगी एक अलग ही नजारा था, ज्ञात हो कि पहले हिंदू महासभा के स्थापना 1882 में क्षेत्रीय स्तर पर हुई थी लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर अखिल भारत हिंदू महासभा की स्थापना भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय ने 13 अप्रैल 1915 में किया, कार्यक्रम केंद्रीय कार्यालय मंदिर मार्ग पर हुआ सबसे पहले संस्थापक भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय और वीर सावरकर तथा भाई परमानंद बाल वीर हकीकत राय के प्रतिमा पर माला पहना कर जय हिंदू राष्ट्र के गगनभेदी नारों से हिंदू महासभा का उत्सव राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज के अध्यक्षता में मनाया गया कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता बी.के. शर्मा ने किया संचालन करते हुए राष्ट्रीय प्रवक्ता बी. के. शर्मा ने कहा कि हम बड़े सौभाग्यशाली हैं कि 2006 से राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज हिंदू महासभा की अध्यक्षता कर रहे हैं स्वामी जी के अध्यक्षता में राष्ट्र रक्षा धर्म रक्षा गौ रक्षा से संबंधित अनेक राष्ट्रीय स्तर पर कार्य हुए साथ में ही हिंदू सनातन धर्म एवं संतों की रक्षा के लिए भी टीवी चैनलों के तथा  संगठन के माध्यम से हम सबके राष्ट्रीय अध्यक्ष परम पूज्य स्वामी चक्रपाणि महाराज अनवरत 24 घंटे लगे हुए आगे कहा कि जो अयोध्या में श्री राम मंदिर है बन रहा है उसका भी पूरा अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज को जाता है जिन्होंने अपनी जमीन बेचकर केस सुप्रीम कोर्ट में लड़ा और आज भव्य राम मंदिर बन रहा है वही दाऊद जैसे दुर्दांत भगोड़े आतंकी की गाड़ी को नीलामी में खरीद कर गाजियाबाद में आग लगाया जिस समय हम सब थे और हिंदुस्तान और हिंदुओं में मैसेज दिया कैसे आतंकियों से डरने की कोई आवश्यकता नहीं साथ ही जिस बाबर और मीर बाकी में 1528 में अयोध्या में राम मंदिर को तोड़ा था उसके वंशज  हैदराबाद के प्रिंस हबीबुद्दीन तुसी से हिंदुओं के लिए लिखित माफीनामा पत्र लिया और यही नहीं बल्कि राम जी का चरण पादुका  सर पर रख कर उसको अयोध्या लेकर जाने पर मजबूर किया स्वामी चक्रपाणि महाराजने और वहां संतो के बीच में और भगवान रामलला के सामने कान पकड़कर माफी मंगवाया जिसे हिंदू स्वाभिमान और हिंदू आन बान शान की रक्षा स्वामी चक्रपाणि जी महाराज हमेशा से करते आ रहे हैं हम सब उन पर गर्व करते हैं इस अवसर पर बी के शर्मा हनुमान ने कहा आज 13 अप्रैल को स्थापना दिवस पर हम सभी स्वामी जी महाराज का सम्मान करते हैं 30 वा अध्यक्ष के रूप में हम सब का नेतृत्व कर रहे है, पूर्व के जितने महापुरुष राष्ट्रीय अध्यक्ष थे उन सब के प्रतिनिधि के रूप में स्वामी चक्रपाणि महाराज जी हम लोगों के सामने हैं जो उन सभी महापुरुषों के गौरव गौरव गरिमा को दिन प्रतिदिन आगे बढ़ाने का काम कर रहे है, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता  बी के शर्मा हनुमान ने कहा कि हिंदू महासभा की ख्याति को देखकर कुछ फर्जी लोग भी अपने को हिंदू महासभा के नाम पर चंदा वसूली और गोरखधंधे का काम कर रहे हैं जल्द ही उन लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी इसके लिए एक लीगल टीम भी बनाई जाएगी जिसकी घोषणा राष्ट्रीय अध्यक्ष जी करेंगे लेकिन आज स्थापना दिवस पर हम सब राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज के विचारों को सुनें और इसको आत्मसात करें और आगे बढ़ाने संकल्प लें स्वामी चक्रपाणि महाराज का स्वागत अभिनंदन करते हैं इसके बाद सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी और प्रदेश से आए प्रतिनिधियों सदस्यो ने स्वामी चक्रपाणि महाराज को फूलों से स्वागत किया एवं माला पहना कर स्वामी चक्रपाणि जी महाराज जिंदाबाद और जय हिंदू राष्ट्र के गगनभेदी नारों के साथ स्वागत किया। 

अध्यक्षीय भाषण में स्वामी चक्रपाणि महाराज ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहां हिंदू महासभा के द्वारा देश में बहुत कार्य किए गय और अनवरत किए जा रहे हैं, लेकिन कहीं ना कहीं हिंदू महासभा को अधिकार नहीं मिल पा रहा है जो मिलना चाहिए जैसे राम मंदिर ट्रस्ट में हिंदू महासभा का प्रतिनिधि होना चाहिए यह मांग कोई पद की लालसा नहीं बल्कि एक सिद्धांत है, ताकि हिंदू महासभा उन महापुरुषों की धरोहर है जिस के विचारों पर केंद्र की सरकार बीजेपी संघ काम कर रहे हैं इसलिए केंद्र सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए, दूसरी तरफ विपक्षी राहुल गांधी द्वारा बार-बार वीर सावरकर का अपमान किया जाता है और सरकार को पत्र दिए जाने के बावजूद अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो मैं बताना चाहता हूं हिंदू महासभा के कार्यकर्ता अब चुप नहीं रहेंगे अगर किसी ने हमारे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष महापुरुष वीर सावरकर या पंडित मदन मोहन मालवीय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी या अन्य महापुरुषों के बारे में यदि विपक्ष अनर्गल टिप्पणी करती है तो न सिर्फ उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे साथ ही  देश भर में धरना प्रदर्शन भी करेंगे और ईट का जवाब पत्थर से देंगे।

इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सबको हिंदू ध्वज गीत एक साथ करवाया जिससे सभी मे जोश और राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत हो गई ज्ञात हो कि हिंदू महासभा द्वारा देश को हिंदू राष्ट्र बनाने हेतु पूरे देश में हस्ताक्षर अभियान चल रहे हैं इस निमित्त जल्द ही हस्ताक्षर अभियान हेतु नवीन कमेटी की गठन भी किया जाएगा स्वामी चक्रपाणि महाराज ने आगे कहा  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा जिस प्रकार से हमारी मांग को मांगते हुए राष्ट्रपति भवन में स्थित मुगल गार्डन का नाम अमृत उद्यान किया गया नाम बदला गया यह बहुत सराहनीय मोदी सरकार द्वारा 370 हटाया जाना भी अति सराहनीय है इसी के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि हमारी सरकार से प्रधानमंत्री मोदी जी को हमने पत्र भेजा और हमारी मांग है कि दिल्ली स्थित लाल किले का नाम भगवा किला किया जाए क्योंकि मुगलों के चाटुकार इतिहासकारों ने जानबूझकर ए भ्रम फैलाया दिल्ली के लाल किला मुगलों ने बनवाया 1638 मे, जबकि 1060 में तोमर वंश के राजा हिंदू राजा अनंगपाल जी द्वारा निर्माण किया गया लाल किला है, जिसका पूर्व नाम लालकोट था इसलिए सरकार से मेरा निवेदन है लाल किले का नाम भगवा किला किया जाए, ताकि देश दुनिया में यह जागृति हो जाए कि यह मुगलों द्वारा बनाए नहीं बल्कि हिंदू राजा द्वारा बनाया गया भगवा किला है,

अंत में सभी लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा एनसीईआरटी की पुस्तकों से मुगलों के इतिहास को हटाए जाने पर खुशी जाहिर की प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया, उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं ने स्वामी चक्रपाणि जी महाराज की अध्यक्षता में आपसी एकजुटता हेतु शपथ लिया तथा हिंदू महासभा को जन-जन तक पहुंचाने और जल्द ही देश को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया, ताकि देश सुरक्षित रहे, सभी ने कहा हम अपनी जान दे देंगे लेकिन महापुरुषों के आन बान शान की रक्षा करेंगे इस देश को हमारे पूर्वजों ने आजाद कराया है, किसी भी कीमत पर देश को गजवा ए हिंद नहीं बनने दिया जाएगा ,स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने जल्द ही हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं और हिंदू समाज को आत्म रक्षा हेतु एक सैनिक प्रशिक्षण कराए जाने की जरूरत बताया है जिसकी तिथि जल्द ही घोषित किया जाएगा, अंत में स्वामी जी ने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत हिंदू महासभा की उपेक्षा करने की प्रयास किया जा रहा है जिसको किसी भी कीमत पर हम बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपनी कानूनी लोकतांत्रिक तरीके से हम अपने महापुरुषों और हिंदू महासभा मान सम्मान अंतिम दम तक करेंगे, अंत में वंदे मातरम, गायत्री मंत्र हर हर महादेव और जय हिंदू राष्ट्र के गगनभेदी नारों  के साथ सभी लोगो ने  स्वादिष्ट भंडारे का आनंद लिया एक दूसरे को मिठाई बांटकर स्थापना दिवस मनाया और जल्द ही घर-घर तक स्वामी राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि जी महाराज और हिंदू महासभा के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया सभी लोगों ने हर हर महादेव जय हिंदू राष्ट्र स्वामी चक्रपाणि महाराज जिंदाबाद के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ उक्त जानकारी राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री बी के शर्मा हनुमान जी ने दिया,