षष्टी पूर्ति वर्ष 2024 तक विश्व हिंदू परिषद को प्रत्येक हिंदू परिवार तक पहुंचाने का लक्ष्य  

षष्टी पूर्ति वर्ष 2024 तक विश्व हिंदू परिषद को प्रत्येक हिंदू परिवार तक पहुंचाने का लक्ष्य  

नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के इंद्रप्रस्थ दिल्ली प्रांत के दो दिवसीय जिला मंत्री प्रशिक्षण वर्ग का आज राजस्थान के दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी में समापन हुआ। 

इस प्रशिक्षण वर्ग में विहिप दिल्ली प्रांत के सभी 30 जिलों के मंत्री , सह मंत्री , विभाग मंत्री , सह मंत्री , विहिप के विभिन्न आयामों के प्रांत प्रमुख और सह प्रमुखों ने भाग लिया। 

इस प्रशिक्षण वर्ग में क्षेत्रीय संगठन मंत्री मुकेश खांडेकर , इंद्रप्रस्थ प्रांत के अध्यक्ष श्री कपिल खन्ना और प्रांत मंत्री श्री सुरेन्द्र गुप्ता समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने विहिप के गठन व विभिन्न कार्यकलापों से जुड़े विषयों पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उपस्थित

कार्यकर्ताओं को कई प्रेरक प्रसंग, बौद्धिक सत्र, चर्चा और संवाद सत्र के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। 2024 में विहिप की स्थापना के 60 वर्ष पूरे हो रहे है , इस दृष्टि से षष्टी पूर्ति वर्ष के उपलक्ष्य में तय आगामी कार्यक्रमों को सफल बनाने की योजनाओं को लेकर भी चर्चा की गई। 

प्रशिक्षण वर्ग को संबोधित करते हुए मुकेश खांडेकर ने कहा कि विहिप का मुख्य उद्देश्य धर्म की रक्षा और भारतीय जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा को स्थापित करना है। साथ ही विहिप का तात्कालिक लक्ष्य है कि विहिप के षष्टी पूर्ती वर्ष की योजना की तैयारी करें और उसे सफल बनाएं। यह कार्यक्रम विहिप की ओर से धर्म की रक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा। 

उन्होंने कहा कि षष्टी पूर्ति वर्ष तक दिल्ली के हर खंड ( बस्ती ) में संगठन की समिति बनाने और प्रत्येक हिंदू परिवार तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चलना है। इसके लिए समाज के हर वर्ग, श्रेणी, जाति बिरादरी और क्षेत्र के लोगों को जोड़ना होगा ताकि सभी का प्रतिनिधित्व शामिल हो। 

इस अवसर पर प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने कहा कि विहिप के कार्यकर्ताओं ने बीते वर्षो में ऐसे कार्य पूर्ण किए हैं उसकी पहले हिंदू समाज ने कल्पना भी नहीं की थी। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, जम्मू कश्मीर राज्य से धारा 370 और 35-ए का हटना ऐसे ही कार्य हैं जिसकी पहले लोग कल्पना और कामना करते थे , जो  संभव हो गया ।

उन्होंने वर्ग में भाग ले रहे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विहिप की शक्ति है 'समाज का हम पर भरोसा और हमारे प्रति सम्मान', हमे इस भरोसे और सम्मान को बनाए रखने के लिए समाज की अपेक्षाओं पर पूरा उतरने की जरूरत है। हमे अपनी शक्तियों का पता होना चाहिए । विहिप के विभिन्न आयाम ही हमारी ताकत हैं।  

इस अवसर पर प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि विहिप के कार्यक्रमों में समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों को निमंत्रित कर उनका सम्मान होना चाहिए। इससे विहिप के कार्यकलाप और संदेश के बारे के समाज में व्यापक प्रभाव होगा। 

उन्होंने जिला मंत्रियों से संगठन के सात स्थाई कार्यक्रमाें और धर्म रक्षा निधि कार्यक्रम को अधिक से अधिक संख्या में आयोजित करने और इन्हे सफल बनाने का आह्वान किया। इन सात स्थाई कार्यक्रमों में रामोत्सव, विहिप स्थापना दिवस, दुर्गा अष्टमी , गोपाष्टमी, शौर्य दिवस , धर्म रक्षा दिवस और समरसता दिवस शामिल है।