उत्तर प्रदेश की पहली एआई-पावर्ड, उन्नत अत्याधुनिक कैथ लैब फोर्टिस नोएडा मेंमेंहुई लॉन्च

उत्तर प्रदेश की पहली एआई-पावर्ड, उन्नत अत्याधुनिक कैथ लैब फोर्टिस नोएडा मेंमेंहुई लॉन्च

नोएडा: फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा ने हाल ही में उत्तर प्रदेश की पहली आर्टिफिशल इंटेलिजेंस-पावर्ड कैथ लैब शुरू की है, जो हार्ट, न्यूरोलॉजी और वैस्‍कुलर प्रक्रियाओं में उन्नत और जटिल उपचार के लिए डिजाइन की गई अत्याधुनिक सुविधा है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ श्री लोकेश एम ने कैथ लैब का उद्घाटन किया। समारोह में फोर्टिस हॉस्पिटल नोएडा के जोनल डायरेक्टर मोहित सिंह भी उपस्थित थे।

यह एडवांस्‍ड कैथ लैब जीई इनोवा™️ आईजीएस 5 के एआई वर्शन से लैस है, जो विशेष रूप से हृदय संबंधी बीमारियों के लिए उच्च कुशलता-आधारित इंटरवेंशनल प्रक्रियाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए उच्च-स्तरीय टैक्‍नोलॉजीज को एकीकृत करती है। हाई-रिजॉलूशन, 3डी एआई-आधारित टैक्‍नोलॉजी जटिल एंजियोप्लास्टी, टीएवीआर, मित्र क्लिप जैसी संरचनात्मक हृदय प्रक्रियाओं और स्ट्रोक के लिए महत्वपूर्ण न्यूरो उपचार के साथ-साथ अन्य इमरर्जेंसी वैस्‍कुलर प्रक्रियाओं को सपोर्ट करने में दक्ष है। इस कैथ लैब के एडवांस्‍ड फीचर्स से प्रक्रिया के समय को कम करने, सुरक्षा बढ़ाने और रोगियों के लिए बेहतर क्‍लीनिकल परिणाम मिलने की उम्मीद है।

एआई-पावर्ड कैथ लैब के लॉन्‍च पर नोएड प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने कहा, ‘‘मैं फोर्टिस नोएडा को उत्तर प्रदेश का पहला एआई-पावर्ड कैथ लैब लॉन्च करने के लिए बधाई देता हूं, जो सटीक जांच करने में सक्षम होगा और उत्तर प्रदेश तथा आसपास के शहरों के मरीजों को त्वरित चिकित्सा उपचार की सुविधा मुहैया कराएगी।

रोगी प्रोफाइल की बढ़ती जटिलता और रोग पैटर्न में बदलाव के साथ, एआई आधारित टैक्‍नोलॉजी रोगियों को व्यक्तिगत देखभाल और कुशलता-आधारित दवा प्रदान करके चिकित्‍सकों को सशक्त बनाएगी। यह एक ऐसे भविष्य की ओर कदम है जहां टैक्‍नोलॉजी और स्वास्थ्य सेवा मरीजों के लिए बेहतर परिणाम प्रदान करने के हेतु एकजुट होंगी।’’  
फोर्टिस हॉस्पिटल नोएड के जोनल डायरेक्‍टर, डॉ. मोहित सिंह ने कहा, ‘‘गैर-संचारी रोग (एनसीडी) प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक हैं। विडंबना यह है कि एनसीडी से होने वाली अधिकांश असामयिक मौतें रोकी जा सकती हैं और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) टैक्‍नोलॉजीज में इस क्षेत्र में व्‍यापक बदलाव लाने की क्षमता है।

क्‍लीनिकल निर्णयों को सपोर्ट करने के लिए डेटा और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उपयोग करने से रोगियों की देखभाल और दक्षता में सुधार लाने की काफी संभावनाएं हैं। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हुए चिकित्‍सक रोगी के पहले के डेटा के आधार पर विभिन्न हस्तक्षेपों के परिणामों का अनुमान लगाने के लिए अत्याधुनिक मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग कर सकते हैं, जो रोगी के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा प्रक्रिया के बारे में सटीक चिकित्सा उपचार में सहायता करेगी। फोर्टिस में हम रोगी परिणामों में लगातार सुधार करने के लिए स्वास्थ्य-आधारित तकनीकी प्रगति को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’