कानपुर मे हुए घटना पर ब्राह्मण समाज ने जताया दुःख

कानपुर मे  हुए घटना पर ब्राह्मण समाज ने जताया दुःख

गाजीपुर   प्रदेश की बुलडोजर नीति वाली सरकार कार्यकाल में चुन-चुन कर ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है । पूरा ब्राह्मण जनमानस खौफ के साए में जी रहा है । पिछले दिनों कानपुर देहात के मडौली गांव में कब्जा हटाने गये सरकार के कारिन्दों ने जिस अमाननीय चेहरे का प्रदर्शन किया है वह ना कभी पहले हुआ ना कभी होगा ‌। जहां एक तरफ यह सरकार यह कहती है कि गरीबों के आशियाने नहीं उखाड़ जाएंगे वहीं दूसरी तरफ सरकार के घमंड से चूर अधिकारी गरीब ब्राह्मणों के झोपड़ियों तक जलाने से परहेज नहीं करते । कानपुर में जिंदा जली मां बेटी इस बात का सबूत है। यह सरकार और इसके अधिकारी न केवल संवेदनहीन हो चुके हैं बल्कि सत्ता के मद में अंधे हो चुके हैं । कानपुर में हुई मां बेटी की मौत पर श्रद्धांजलि देने के लिए ब्राह्मण जन सेवा मंच गाजीपुर के तत्वावधान में गांधी पार्क आमघाट में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । तथा कैंडल मार्च करते हुए ब्राह्मण जन सेवा मंच के कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की । मंच का कहना है कि जिस तरह से इस घटना के आरोपी कभी भी गिरफ्तार नहीं किए गए हैं जो कि अधिकारी हैं , सरकार के कर्मचारी हैं , उन्हें कभी भी प्रशासन चाहे तो गिरफ्तार कर सकता है। यह दर्शाता है कि कहीं न कहीं यह सब कुछ शासन और प्रशासन की मिलीभगत से किया गया है । ब्राह्मण जन सेवा मंच ने कहा कि अगर अविलंब दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा नहीं दी गई तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा घोषित नहीं किया गया तो ब्राह्मण जन सेवा मंच यह लड़ाई सड़क पर लड़ने के लिए मजबूर होगा । जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी ।

कैंडल मार्च व श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से विवेकानन्द पाण्डेय , राजू उपध्याय, अजय तिवारी,अंशु पाण्डेय ,संजय उपध्याय, लक्ष्मी कांत चौबे, आशुतोष पाण्डेय,हेमन्त त्रिपाठी, पीयूष कुमार पांडेय, अरविंद सप्तऋषि, सुधांशु तिवारी, प्रमोद मिश्रा प्रदीप कुमार चतुर्वेदी वेद प्रकाश आदि लोग उपस्थित रहे