अब थानाध्यक्ष होंगे ऑनलाइन आरोप प्रत्यारोप पर तैयार हुआ सिस्टम 

अब थानाध्यक्ष होंगे ऑनलाइन आरोप प्रत्यारोप पर तैयार हुआ सिस्टम 

गाजीपुर। साहब मैं थाने पर गया था, मेरी फरियाद नहीं सुनी गई। थानाध्यक्ष नहीं थे, थानाध्यक्ष ने भगा दिया। ऐसी शिकायतें आने पर संबंधित थानाध्यक्ष ऐसी कोई बात नहीं है जैसे शब्द कर खुद को अलग नहीं कर पाएंगे। वजह इस तरह की शिकायत या गंभीर मामलों में फरियादियों की सुविधा को देखते हुए नई व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत एसपी, एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण, संबंधित सीओ और थानाध्यक्ष जूम मीटिंग से रोजाना जनसुनवाई के दौरान जुड़े रहेंगे। जरूरत पड़ने पर सीधे लाइव फरियादी से संवाद कर सकेंगे

पुलिस अधिकारी रोजाना सुबह दस से दोपहर 12 बजे तक जनसुनवाई करते हैं। यहां बड़ी संख्या में फरियादी आते हैं। इनमें बहुत से फरियादी सीधे सीओ, एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण और एसपी के कार्यालय पहुंचते हैं। इनमें अधिकांश की शिकायत करती हैं कि वे थाने पर गए, लेकिन उनकी सुनी नहीं गई।

ऐसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखते हुए पुलिस महकमे के उच्चाधिकारियों ने प्रदेश में 24 अगस्त को पत्र जारी किया है, जिसके मुताबिक अब सभी थानाध्यक्ष जूम मीटिंग से एसपी से जुड़ेंगे। इस मीटिंग में संबंधित सीओ, एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण भी जुड़े रहेंगे। मीटिंग के दौरान जरूरत पड़ने पर अधिकारी थानाध्यक्ष से फरियादी की सीधा संवाद कराएंगे, ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। इसी तरह एक अधिकारी किसी थाने का इस अवधि में निरीक्षण भी करने पहुंचे और शिकायत रजिस्टर को भी देखेंगे।

भूमि संबंधित मामलों को टाल नहीं पाएंगे थानाध्यक्ष

पुलिस के पास ज्यादातर भूमि संबंधित भी मामले पहुंच रहे हैं। ऐसे में राजस्व का मामला कहते हुए थानाध्यक्ष टाल देते हैं। लेकिन, अब वे इतनी आसानी से ऐसा नहीं कर पाएंगे। वे राजस्व विभाग के साथ टीम बनाकर संबंधित स्थल पर जाएंगे। जहां राजस्व विभाग की टीम जांच के बाद संबंधित को न्याय दिलाने की कोशिश करेगी।