आईएमएस लॉ कॉलेज में आईपीआर पर नेशनल वेबिनार का आयोजन

नोएडा। आईएमएस लॉ कॉलेज नोएडा ने आईपीआर विषय पर नेशनल वेबिनार का आयोजन किया। बृहस्पतिवार को आयोजित इस ऑनलाईन कार्यक्रम में बतौर वक्ता रमैया बौद्धिक संपदा अधिकार सेल (आरआईपीआरसी) की सहायक प्रोफेसर एवं कानून विद् संगीता मुरली ने अपने विचार प्रकट किए। वहीं कार्यक्रम के दौरान आईएमएस की डीन प्रो. (डॉ.) मंजू गुप्ता के साथ संस्थान के शिक्षक एवं छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम के दौरान संगीता मुरली ने आईपीआर की मूल्यांकन विश्लेषण करते हुए कहा कि बदलते हुए समय में भारत को भी आईपीआर कानून के अंदर बदलाव की जरूरत है। एक उदाहरण दते हुए उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीन की पेटेंट सिर्फ विकसित राष्ट्र के पास था जबकि इसकी जरूरत समूचे विश्व को है। उन्होंने कहा कि अभी आईपीआर कानून में तकनीकी और ज्ञान का स्थानांतरण होना चाहिए ताकि विकासशील देश बी विकसित देश के समकक्ष का सके। समस्त प्रावधानों की स्पर्श करते हुए उन्होंने वर्तमान में आए हुए न्यायिक निर्णय की भी चर्चा की।
वहीं आईएमएस की डीन प्रो. (डॉ.) मंजू गुप्ता ने कहा कि हमें खुशी है कि हमारा उद्देश्य अपने संस्थान को इन्वेंशन के माध्यम से राष्ट्र के विकास में सहयोग देना है। अभी हाल ही में संस्थान के दो फैकल्टी को भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय से इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी इंडिया के तरह पेटेंट प्रमाणपत्र मिला। जिससे वे इंडस्ट्री के साथ मिलकर प्रभावपूर्ण तरीके से बिग डेटा विश्लेषण के क्षेत्र में अपना प्रयास जारी रखेंगे।