श्रीराम जन्ममहोत्सव का हुआ भव्य आजोजन

नोएडा। भौतिक प्रगति के इस युग में दिन प्रतिदिन नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है। नई पीढ़ी में सुसंस्कार जाग्रत करने के उद्देश्य से भगवान के अवतारों एवं महापुरुषों के जन्म दिन पर महोत्सव आयोजित करना तथा उनसे शिक्षा ग्रहण करके अपने आचरण सुधारना परम आवश्यक है। इसी उद्देश्य से हेतु 'श्रीरामचरितमानस राष्ट्रीय समिति विगत 30 वर्षों से श्रीराम जन्ममहोत्सव आयोजित करती आ रही है।
इसी श्रृंखला में 31वीं महोत्सव 30 मार्च को महाराजा अग्रसेन भवन सैक्टर-33 में आयोजित हुआ। इसका शुभारंभ श्रीगणेश पूजन, श्री हनुमान चालीसा पाठ एवं संकीर्तन से हुआ। इस पावन वेला में समिति की वार्षिक स्मारिका के 30वें अंक का विमोचन पूर्व आईएएस अधिकारी गणेश शंकर त्रिपाठी द्वारा किया गया।
इस अवसर पर चित्रकूट धाम से पधारे मानस किंकर पं० रघुवंशभूषण पाण्डे ने श्रोताओं को श्रीरामकथामृत पान कराके भाव विभोर कर दिया। उन्होंने बताया कि अखिल ब्रह्माण्ड नायक भगवान श्रीराम के अवतार (जन्म) का मुख्य कारण उनके भक्त हैं। राक्षसों का संहार तो उनकी इच्छामात्र से संभव है। इस धराधाम पर आकर उन्होंने अपने भक्तों को परमानंद दिया और धर्मनिष्ठ होकर अपने स्वयं के आदर्श प्रस्तुत करते हुए एक ऐसे समाज का निर्माण किया जिसमें सभी सुखी थे। इस हेतु उन्होंने समाज की बिखरी हुई शक्तियों को संघटित कर अजेय रावण पर विजय प्राप्त करके समाज के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया कि धर्मनिष्ट होकर असंभव को भी संभव किया जा सकता है।
'अग्रवाल मित्र मंडल' का इस कार्यक्रम में भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ। इस अवसर पर इस समिति के अध्यक्ष पं. दिनेशचंद्र शर्मा, जगदीश प्रसाद शर्मा, डॉ. भगवान दास पटैरया, लीलूराम वर्मा, डॉ. अंकित अवाना, वैद्य ए.के. त्रिपाठी, परमात्मा शरण बंसल, पत्रकार विनोद कुमार शर्मा, डॉ. रविन्द्र कुमार शर्मा, भिक्की लाल शर्मा, सूरजमान शर्मा, आदि उपस्थित रहे।