आशनाई में हुई थी महिला की हत्या, मरदह क्षेत्र में बक्से में बंद मिला था शव तीन गिरफ्तार

आशनाई में हुई थी महिला की हत्या, मरदह क्षेत्र में बक्से में बंद मिला था शव तीन गिरफ्तार

गाजीपुर स्वाट/सर्विलांस टीम व थाना मरदह पुलिस द्वारा बीते 31 मार्च को हुए थाना मरदह क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भवानीपुर कंसहरी में फोरलेन के बगल अज्ञात महिला की हत्या कर बक्से में बन्द शव की बरामदगी के पश्चात महिला की शिनाख्त व हत्या का खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार ।

 खबर के अनुसार बीते 31 मार्च को थाना मरदह क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भवानीपुर कंसहरी में फोरलेन के बगल चाय के दुकान के पास अज्ञात महिला की हत्या कर बक्से में बन्द शव की बरामदगी के पश्चात् थाना मरदह पर पंजीकृत *मु0अ0सं0-54/2024 धारा 302/201 भादवि* में स्वाट/सर्विलांस व थाना मरदह पुलिस टीम द्वारा लगातार किये जा रहे प्रयास के फलस्वरुप महिला की शिनाख्त के पश्चात् आज दिनांक 11.04.2024 को मृतक महिला उपरोक्त की हत्या से सम्बन्धित 03 नफर अभियुक्त/अभियुक्ता को हैदरगंज पूर्वांचल एक्सप्रेसवे अण्डर पास के नीचे से समय करीब 05.30 बजे गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तारशुदा अभियुक्तगण उपरोक्त के विरुद्ध नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही सम्बन्धित थाने द्वारा की जा रही है । इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में .अनूप गुप्ता उर्फ छोटू पुत्र राधाकृष्ण गुप्ता निवासी ग्राम कासिम पोखरी थाना कोतवाली जनपद मऊ उम्र करीब 38 वर्ष.पंकज वर्मा उर्फ मोहनी पुत्र गोपाल प्रसाद वर्मा निवासी वार्ड नं0-21 बरहज थाना बरहज जनपद देवरिया उम्र 28 वर्ष .असगरी खातून पत्नी मो0 इरशाद निवासी ग्राम हैदर नगर नन्दू पोखरा थाना कोतवाली जनपद मऊ उम्र 45 वर्ष 

 पुछताछ में आरोपि अनूप गुप्ता ने बताया गया कि मेरा पिछले लगभग 02 वर्ष से मृतका शीला यादव व असगरी खातून के साथ अवैध सम्बन्ध था । मै ब्रह्मस्थान शहादतपुरा थाना कोतवाली मऊ में किराये पर रहता था जहाँ शीला व असगरी मुझसे मिलने आया करती थी पिछले कुछ समय से मृतका शीला मुझपर लगातार शादी करने के लिए दबाव डाल रही थी व पैसे की भी माँग करती रहती थी उसे मैने लगभग 1.50 से 2.00 लाख रुपये दिया भी था । लेकिन वह मुझसे लगातार और पैसे की माँग कर रही थी मैं उसके दबाव व पैसे की माँग से आजीज आ चुका था तथा उससे छुटकारा चाहता था । इसके लिए मैने उसे अपने रास्ते से हटाने के लिए 30 मार्च को अपने कमरे पर बुलाया जहाँ पूर्व योजना के तहत पहले से मौजूद पंकज वर्मा व असगरी के साथ मिलकर मैने उसके सिर पर बांस के डण्डे से मारकर तथा उसका सर फर्स पर पटक कर उसकी हत्या कर दी तथा उसके शव को बोरे में भरकर कमरे मे ही छिपा दिया । अगले दिन मैंने मऊ से स्टील का बक्सा खरीदकर उसमे शव को भर दिया तथा उसको एक आटो पर रखकर कंसहरी में फोरलेन के किनारे रख कर चला गया । इसके पश्चात मैंने मऊ का कमरा छोड़ दिया व मरदह क्षेत्र में ही किराये पर असगरी व पंकज के साथ रहते हुए घटना व पुलिस की कार्यवाही पर नजर रख रहा था ।