कल्बे जवाद व बहादुर ने मिलकर कराई मेरी पति कालवा सूफी कि हत्या : शहनाज़ फातिमा

कल्बे जवाद व बहादुर ने मिलकर कराई मेरी पति कालवा सूफी कि हत्या : शहनाज़ फातिमा

शिया धर्म गरू मौलाना कल्बे जवाद हाई प्रोफाइल नाम हैं जिसकी सीबीआई जांच होना ज़रूरी है: शहनाज़ फातिमा

नोएडा।PNI News। सेक्टर 29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में कलवा सूफी मर्डर केस की प्रेस वार्ता के दौरान कलवा सूफी की पत्नी ने बताया कि मेरे पति की हत्या में शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद व उसके बिज़नेस पटनर बहादुर का हाथ है। दरअसल में अब से 2 साल पहले दिल्ली में बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी थी। कलवा सूफी कई अंजुमन में सक्रिय रहे हैं। और वो शिया धर्म से तालुक रखते थे और वो अंजुमन में चल रहे हेरा फेरी के खिलाफ आवाज उठाते रहते थे। जिस कड़ी में उन्होंने दिल्ली शाय मरदा दरगाह में मौजूद अंजुमन हैदरी के खिलाफ आवाज उठाई और उसके उसके दस्तूरे अमल (constitution) के बारे में मौलाना कल्बे जवाद से शिकायत की कि अंजुमन के दस्तूरे अमल में बहादुर ने हेरा फेरी की है वह लाइफ टाइम अंजुमन का लीगल एडवाइजर व लाइफटाइम जनरल सेक्रेटरी रहेगा यह सरासर गलत है। मौलाना और बहादुर दोनों ने उनकी यह बात नजर अंदाज कर दी और इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जिसके बाद वह दिल्ली उन्होंने इसके विरुद्ध एक धरना प्रदर्शन दिल्ली व बोर्ड बोर्ड कार्यालय पर किया। जिसके बाद दिल्ली वक्फ बोर्ड ने एक कमेटी गठित कर दी जिसमें कलवा सूफी का भी नाम था।

शायद यही बात बहादुर व कल्बे जवाद को हजम नहीं हो पाई और उन्होंने उनकी हत्या कराने की साजिश रच डाली। कल्बे जवाद एक हाई-फाई प्रोफाइल नाम है जिसकी वजह से मैं शहनाज फातमा दुनिया में चौथे स्तंभ कहलाने वाले मीडिया जगत से यह निवेदन करती हूं कि वह मेरी मदद करें और इन जैसे हाईप्रोफाइल लोगों का पर्दाफाश करें।और मैं मीडिया के माध्यम से वह लेटर भी सर्वजनिक करना चाहती हूं जो मेरे पति ने अपनी हत्या से 8 दिन पहले ही लिखा था जिसमें उन्होंने साफ-साफ लिखा था कि मुझे सुरक्षा प्रदान की जाए क्योंकि मैंने मौलाना कल्बे जवाद वह बहादुर अब्बास के खिलाफ आवाज उठाई है जिस आवाज को दबाने के लिए वह कभी भी मेरी हत्या करा सकते हैं और अगर कभी मेरी हत्या होती है तो उन दोनों को इसका दोषी माना जाए उसके बावजूद भी पुलिस इन जैसे लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है जिसकी वजह से मैं मांग करती हूं कि कल वासूची मर्डर केस सीबीआई को ट्रांसफर किया जाए और इसकी सही जांच हो और दोषियों को जेल भेजा जाए। भले ही इसमें 6 लोग पुलिस की गिरफ्त में हो परंतु इस घटना के मुख्य आरोपी अभी भी बाहर टहल रहे हैं।