11वें एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाईटेड नेशंनस 2022 सम्मेलन का हुआ शुभांरभ

11वें एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाईटेड नेशंनस  2022 सम्मेलन का हुआ शुभांरभ

देश विदेश से 700 अधिक प्रतिभागीयों ने लिया हिस्सा

नोएडा।PNI News। छात्रों को संयुक्त राष्ट्र के कार्यो की जानकारी प्रदान करने सहित उनके समग्र विकास के लिए तैयार करने हेतु एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा 11वे एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाईटेड नेशंनस (एएमआईएमयूएन 2022) सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में छात्र संयुक्त राष्ट्र सदस्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले राजनायिकों के रूप में भाग लेगें और संयुक्त राष्ट्र की समितियों एजेंसियों, विशिष्ट अंगों और कार्यक्रमों का अनुसरण करेगें। ‘‘ दृढ़ता सभी पर विजय प्राप्त करती है’’ विषय पर आधारित इस एएमआईएमयूएन 2022 का शुभांरभ भारत में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के प्रतिनिधि और भूटान के देशीय निदेशक श्रीराम हरिदास, भारत में पेरू दूतावास के प्रथम सेक्रेटरी श्री फाबियो सुबिया डायज, इरान दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन मसूद रेज़वानियन राहघिक, सेवानिवृत्त राजदूत विष्णु प्रकाश, सेवानिवृत्त राजदूत स्कंद रंजन तायल और एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में देश विदेश से लगभग 700 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे है।

इस एएमआईएमयूएन 2022 कार्यक्रम के अंर्तगत अपने प्रतिभगियोें के समग्र विकास के लिए और उनमें नेतृत्व, संचार, वाद विवाद सहित व्यक्तिगत, संगठनात्मक और समूह कार्य पर विभिन्न कौशलों को विकसित करने के लिए मंच प्रदान किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभिन्न कमेटियां जैसे युनाईटेड नेशंनस हयुमन राइट कांउसिल, युनाईटेड नेशंनस जनरल एसेंबली - 2, युनाईटेड नेशंनस सिक्योरिटी कांउसिल, युनाईटेड नेशंनस डेवलपमेंट प्रोग्राम, युनाईटेड नेशंनस फ्रेमवर्क कनवेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज, युनाईटेड नेशंनस कमीशन ऑन स्टेटस ऑफ वूमेन, विश्व स्वास्थय संगठन, इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टीस, नीति आयोग है जिसमें छात्र हिस्सा लेकर अपनी बात रखेगें। कार्यक्रम में अमेरिका के टेक्सास विश्वविद्यालय, राइस यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड की बर्मिघम सिटी यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ वोल्वरहाम्पटन, कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू, घाना की यूनिवर्सिटी ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, श्रीलंका के इंस्टीटयूट ऑफ केमेस्ट्री, रशिया के मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी आदि सहित कई अन्य देशों और भारत की बीएचयू, अब्दुल कलाम टेक्नीेकल विश्वविद्यालय, जनसंख्या कोष के प्रतिनिधि और भूटान के देशीय निदेशक श्री हरिदास ने अनुभवों का साझा करते हुए कहा कि उन्होनें कई देशों में कार्य किया है और कई लोगों से मुलाकात की और उनकी इस यात्रा ने उन्हे सीखने, आत्मनिर्भरता और दृढंता को विकसित करने में काफी सहायता की। उन्होनें श्रीलंका, अफगानिस्तान, सूडान और भारत के किये गये कार्यो को बताते हुए कहा कि आज भारत विश्व में एक प्रमुख स्थान रखता है और स्वास्थय सहित लैगिंकरण जैसे एजेंडे को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। महामारी के दौरान भी हजारों महिलाओं और लड़कियों ने स्वंय को सबित किया और कार्य करती रही। जीवन में दृढ़ता आवश्यक है जो आपको सफल होने में सहायक होता है। उन्होने संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष मे ंयुवाओं की भूमिका सहित उनकी सहभागिता के प्रोत्साहन के महत्व को बताया। श्री हरिदास ने कहा सदैव नवाचार करें, दृढ़ निश्चयी बने क्योकि कोई भी विचार छोटा नही होता।

भारत में पेरू दूतावास के प्रथम सेक्रेटरी फाबियो सुबिया डायज ने कहा कि महामारी के दौरान पिछले कुछ समय से नये वैश्विक चुनौतीयां बढ़ी है जिसके लिए देशों को आगे आना होगा और मिलकर उनका निवारण करना होगा। उन्होनें प्रतिभागीयो ंसे कहा कि एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाईटेड नेशंन सम्मेलन आपको अद्वितीय अवसर प्रदान कर रहा है। आपको स्वंय को मजबूत बना कर अन्य लोगों की सहायता करनी चाहिए।

इरान दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन मसूद रेज़वानियन राहघिक ने संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र मे ंकार्य करने के लिए आपकों राजनैतिक जानकारी, ज्ञानपूर्ण और समूह में कार्य करने की जानकारी होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त जिस देश का प्रतिनिधित्व कर रहे है उसकी आवश्यकतायें, सुरक्षा, स्थापना, सहित संयुक्त राष्ट्र की संरचना, विभिन्न एजेंसियों के साथ तालमेल और कार्य करने के तरीकों को जानना आवश्यक है। राहघिक ने कहा कि एक बेहतरीन प्रतिनिधी बनने के लिए स्वंय के अंदर जानकारी और शोध प्राप्त करने, अपना पक्ष रखने, समझौता करने आदि के गुण विकसित करने चाहिए।

सेवानिवृत्त राजदूत विष्णु प्रकाश ने संबोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम समकालीन महत्वपूर्ण मुद्दों पर आधारित है। उन्होनें अफगानिस्तान, महामारी और जलवायु परिवर्तन पर जानकारी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान संकट को नकारा नही जा सकता वहां पर शासन कर रहे तालीबान के अधिकतर व्यक्ति संयुक्त राष्ट्र की अंातकवादी की सूची में शामिल है। संयुक्त राष्ट्र को वहां के लोगो के लिए भोजन, दवा की उपलब्धता के साथ महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यको की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए। उन्होने कहा कि महामारी से बचाव की तैयारी के साथ इस रोग की उत्पत्ती और प्रसार की खोज हेतु राजनैतिक इच्छाशक्ती दिखानी चाहिए। जलवायु परिवर्तन के कार्य में विकसित देशो का आर्थिक और समाजिक पहल करनी चाहिए।

सेवानिवृत्त राजदूत स्कंद रंजन तायल ने छात्रों को भविष्य निर्माण की मजबूत शक्ति बताते हुए कहा कि परिवर्तन आपके द्वारा ही संभव है। सदैव सकारात्मक विचार करे क्योकि सकरात्मक विचार ही सकारात्मक कार्य को प्रोत्साहित करते है।

एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उददेश्य छात्रो ंमे नेतृत्वता और कूटनीतिज्ञ कौशल को विकसित करना है। आपको विभिन्न कमेटियांें मेे हिस्सा लेकर वर्तमान मुद्दों को समझने, विचार करने, शोध करने और अपनी बात प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा जो आपके अंदर नये कौशल को विकसित करेगा। यह कौशल आपको हर क्षेत्र में सफल होने में सहायक होगें

इस अवसर पर एमिटी इंटरनेशनल मॉडल यूनाईटेड नेशंन के सेक्रेटरी जनरल शुभांगी ठाकुर द्वारा कार्यक्रम के प्रारंभ की घोषणा की गई। इस अवसर पर एएमआईएमयूएन 2022 की चेयरपरसन डा निताशा हस्तीर, को चेयरपरसन डा अनिल सहरावत आदि उपस्थित थे।