फेलिक्स हॉस्पिटल की ओर से आयोजित बाइकाथॉन में गूंजा दिल की सेहत का संदेश

बाइकर्स का काफिला जब सड़क पर दौड़ा तो फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली का संदेश वातावरण में गूंज उठा
विश्व हृदय दिवस पर फेलिक्स हॉस्पिटल से शुरू हुआ यह आयोजन बायोडायवर्सिटी पार्क तक चला, डॉक्टरों ने दिया फिटनेस का मंत्र
नोएडा। विश्व हृदय दिवस पर रविवार सुबह फेलिक्स हॉस्पिटल्स की ओर से हार्ले डेविडसन के सहयोग से आयोजित बाइकाथॉन में सैकड़ों प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर दिल की सेहत को लेकर जागरूकता का संदेश दिया। फेलिक्स हॉस्पिटल सेक्टर-137 से शुरू हुआ यह आयोजन बायोडायवर्सिटी पार्क तक चला और पूरे रास्ते लोगों में उत्साह देखने को मिला। बाइकर्स का काफिला जब सड़क पर दौड़ा तो फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली का संदेश वातावरण में गूंज उठा।
इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता गौरव भाटिया मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हृदय रोगों से लड़ने के लिए सामाजिक स्तर पर प्रयासों की जरूरत है।श्री गौरव भाटिया ने बताया की ऐसे आयोजन न केवल लोगों को शारीरिक गतिविधियों से जोड़ते हैं बल्कि उनमें सामाजिक जिम्मेदारी और एकजुटता का भाव भी जगाते हैं। आयोजन से समाज में सकारात्मक बदलाव आता है और लोग स्वास्थ्य को लेकर सजग होते हैं, विशिष्ट अतिथि के रूप में मीडिया जगत के दिग्गज श्री संत प्रसाद राय जी उपस्थित रहे ।
प्रतिष्ठित हार्ले डेविडसन बाइकर्स में श्री संजीव जौली, श्री सुभाष चोत्राणी, श्री अजय वर्मा, श्री संजय दावर, श्री अरुण दावर एवं अन्य गणमान्य बाइकर्स शामिल हुए। इन सभी हार्ले डेविडसन बाइकर्स ने बाइकैथॉन में अपनी सक्रिय भागीदारी के साथ हृदय स्वास्थ्य जागरूकता अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान किया।
योग विशेषज्ञ पूर्णिमा जोशी ने बायोडाइवर्सिटी पार्क नोएडा में जुंबा सेशन का नेतृत्व किया, जहाँ उन्होंने लोगों को विभिन्न योगासन सिखाए और हृदय स्वास्थ्य के लिए नियमित योग के वैज्ञानिक लाभों पर जागरूकता फैलाई।
फेलिक्स हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉ. डी.के. गुप्ता ने बताया की आज हृदय रोग दुनिया भर में सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। इसकी रोकथाम के लिए जरूरी है कि लोग समय रहते अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करें। नियमित व्यायाम, संतुलित खान-पान और मानसिक तनाव से दूरी बनाए रखना हृदय को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी है।
मोटापा, उच्च रक्तचाप और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाव के लिए दौड़ना, साइकिल चलाना और पैदल चलना जैसी गतिविधियां बेहद कारगर साबित होती हैं। रोजाना 30–40 मिनट की मध्यम गति की दौड़ हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है। रक्त संचार को बेहतर करती है। शुरुआत करने वालों के लिए हफ्ते में 3–4 दिन, 15–20 मिनट की जॉगिंग पर्याप्त है। रनिंग से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, बुरा कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) घटता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) बढ़ता है। दौड़ने से एंडोर्फिन हार्मोन निकलता है, जो मानसिक तनाव को कम करता है। मन को प्रसन्न रखता है। अगर किसी को यदि दौड़ते समय सीने में भारीपन, सांस फूलना या चक्कर जैसी समस्या दिखे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
वहीं फेलिक्स हॉस्पिटल्स की डायरेक्टर डॉ. रश्मि गुप्ता ने बताया कि इस साल आयोजन की थीम “दिल की धड़कन न चूके” रखी गई थी। यह संदेश हर किसी को यह याद दिलाने के लिए था कि दिल की देखभाल कोई एक दिन का काम नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिम्मेदारी है। हमारा उद्देश्य केवल आज का आयोजन करना नहीं है, बल्कि लोगों में यह आदत डालना है कि वह हर दिन अपनी फिटनेस और हृदय की सेहत के लिए समय निकालें। दिल की बीमारी से बचाव संभव है, बशर्ते लोग जागरूक होकर सही जीवनशैली अपनाएं।
कार्यक्रम के दौरान फेलिक्स हॉस्पिटल्स की ओर से कई रोचक गतिविधियां भी कराई गईं। इनमें जुंबा, कार्डियो टॉक और क्विज ने लोगों को फिटनेस, पोषण और हृदय की देखभाल से जोड़ने का काम किया। जुंबा सत्र में बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्डियो टॉक के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों ने सरल भाषा में समझाया कि दिल को स्वस्थ रखने के लिए किन आदतों को अपनाना और किन्हें छोड़ना चाहिए। वहीं क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने अपने ज्ञान का प्रदर्शन किया और नई जानकारियां हासिल कीं।
प्रतिभागियों के लिए रिफ्रेशमेंट की भी व्यवस्था की गई थी जिससे पूरे आयोजन का माहौल ऊर्जावान और उत्साहित बना रहा। गुरुग्राम से आए हार्ले डेविडसन बाइकर्स ने बाइकाथॉन में आकर्षण का केंद्र बनकर सभी का ध्यान खींचा। बाइकर्स ने कहा कि वे केवल बाइक चलाने के शौक को ही नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी को भी जीते हैं। आयोजन को लेकर पहले से ही लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। कार्यक्रम स्थल पर सुबह से ही प्रतिभागियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। नोएडा के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी लोग इस आयोजन का हिस्सा बनने पहुंचे। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने फिटनेस की अहमियत को समझते हुए कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी की।