दिल्ली में जिहादियों द्वारा लगातार की जा रही हिंदुओं की हत्याओं के विरोध में विहिप का रोष प्रदर्शन

सैकड़ों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने की हत्यारों व उनके सहयोगियों की त्वरित फांसी की मांग

नई दिल्ली।PNI News। बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी क्षेत्र में सोमवार की शाम को इस्लामिक जिहादी मोहम्मद इरफान व उसके साथियों द्वारा गुजराती समाज के अनुसूचित जाति के हीरा सिंह की नृशंस हत्या तथा नरसिंह को गंभीर रूप से घायल किए जाने के विरोध में आज विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल द्वारा सुल्तानपुरी में गहरा रोष प्रदर्शन किया गया।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए विश्व हिंदू परिषद दिल्ली प्रांत के सह-मंत्री अशोक गुप्ता ने कहा कि राजधानी दिल्ली में इस्लामिक जिहादियों द्वारा लगातार हिंदुओं को काल का ग्रास बनाया जा रहा है। सरेआम बंदूक की गोली व चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या व मॉब लिंचिंग कर आसानी से फरार हो जाते हैं और स्थानीय पुलिस व शासन-प्रशासन मूकदर्शक बन तमाशा देखते रहते हैं। अनेक हिंदू बेटियां भी इन जिहादियों की भेंट चढ़ चुकी हैं।
सुल्तानपुरी का यह केस तो सब प्रकार की घटनाओं का एक मिश्रण है। जिहादी पहले धमकाते हैं फिर बलात्कार करते हैं और कानून को धता बताकर पूरे परिवार को समाप्त करने की चुनौती ही नहीं अपितु उस को आसानी से अंजाम भी दे देते हैं। किंतु, दिल्ली का पुलिस प्रशासन व शासन परिजनों द्वारा अनेक अनुनय-विनय के बावजूद हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते हैं। यदि समय पर अपराधी पर अंकुश लगाया गया होता व परिवार की सहायता की गई होती तो हीरा को बचाया जा सकता था ।
विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि पीड़िता बेटी व दिवंगत हीरा के परिजनों की सुरक्षा व उचित मुआवजा प्रदान कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे के द्वारा हत्यारे और उनके सहयोगियों को अविलंब फांसी के फंदे पर लटकाया जाए।
आज प्रातः 11:00 बजे प्रारंभ हुई इस आक्रोश सभा में प्रांत सह मंत्री अशोक गुप्ता के अलावा बजरंग दल प्रांत गोरक्षा प्रमुख जगजीत सिंह गोल्डी, विभाग मंत्री तोताराम, विभाग सह मंत्री प्रेम वशिष्ट, विभाग प्रचारक सुबोध एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग सह कार्यवाह दिनेश भी ने भी उद्गार व्यक्त कर दिवंगत हुतात्मा को श्रद्धांजलि दी व परिजनों को न्याय के लिए आश्वासन दिया। आक्रोश सभा के उपरांत पीड़ित हिंदू समाज ने परिजनों के साथ सुल्तानपुरी थाने तक मार्च किया ।
मंच पर उपस्थित पीड़ित के परिजनों ने भी अपनी व्यथा बताई और त्वरित न्याय की मांग करते हुए सरकार से कहा कि जल्दी फांसी दी जाय जिससे ऐसे कृत्यों को तुरंत रोका जा सके।