गृह मंत्री अमित शाह से मिले शुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर गठबन्धन तय

गाजीपुर जहूराबाद विधानसभा से विधायक और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह से मुलाकात की यह मुलाकात घंटे भर की रही अब जनपद में चर्चाओं का दौर जारी है बताया जा रहा है कि सुभासपा और भाजपा का गठबंधन लगभग पक्का है अगर माना जाए तो 1 या 2 दिन में इसकी औपचारिक घोषणा भी हो सकती है। लेकिन इस खबर की पुष्टि के लिए एक मजबूत कड़ी जुड़ चुकी है कहे तो अमित शाह ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट को अपलोड करते हुए लिखा है कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर और उनके पुत्र अरविंद राजभर से एक राजनैतिक मुलाकात हुई वही ओमप्रकाश राजभर सोशल मीडिया पर अपने फेसबुक अकाउंट से फोटो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है की भाजपा और सुभासपा एनडीए गठबंधन के बने हिस्सा जिसके बाद से राजनैतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है खबर है कि ओमप्रकाश राजभर ने अमित शाह से अपने लिए लोकसभा चुनाव में कुल 3 सीटों की मांग रखी है इसमें मुख्यत: गाजीपुर और घोसी सीट के अलावा 1 सीट बिहार की मानी जा रही है लेकिन यूपी को लेकर सहमति लगभग बन गई है राजभर का दावा है कि यूपी की दोनों सीटों से उनकी पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी उन्होंने गाजीपुर से अपने छोटे बेटे अरुण को चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव सा के सामने रखा है साथ ही कहा कि यदि बिहार में सीट देने की स्थिति नहीं बनती है तो चंदौली आजमगढ़ के लालगंज सीट में से कोई एक भाजपा को दी जाए आश्चर्य की बात यह है कि पूर्व में भी ओमप्रकाश राजभर बीजेपी गठबंधन से मंत्री पद पर रह चुके हैं और एक बार पुनः बीजेपी के साथ ओमप्रकाश राजभर का जाना लोकसभा के चुनाव में कितना फायदेमंद होगा यह देखने वाली बात है इस मुलाकात को गांव की गलियों और चौराहों पर लोग चटकारे लेकर चर्चा यहां तक कर रहे हैं कि भाजपा के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर महाराजा सुहेलदेव शौर्य दिवस के दिन गाजीपुर में ओमप्रकाश राजभर पर जमकर बरसे थे उन्होंने यहां तक कहा था कि कुछ लोग हैं जो समाज को ठगने का काम करते हैं समाज का नाम लेकर अपने परिवार को मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं लेकिन अब हालात कुछ ऐसे हो गए हैं कि कहे तो राजनीति में अनिल राजभर को ओमप्रकाश राजभर ने पछाड़ दिया है क्योंकि ओमप्रकाश राजभर के दोनों पुत्र राजनीति में सक्रिय तो है ही अब उनके नामों की चर्चा बड़े स्तर पर होने लगी है पूर्व में सपा विधायक दारा सिंह चौहान का अमित शाह से मुलाकात करना और समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देना और अब ओमप्रकाश राजभर का अपने पुत्र के साथ अमित शाह से मुलाकात करना यह राजनीति में एक बार फिर से नई कड़ी जोड़ते हुए दिखाई दे रहा है।