भारी उद्योग मंत्रालय व आईसीएट की इंडिया ईवी सेमीनार 2023 संपन्न

दिल्ली: विश्व सुरक्षा व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में,भारी उद्योग मंत्रालय व आईसीएट के संयुक्त तत्वावधान में "केन द ईवी सेक्टर बी इंडियाज नेक्स्ट ग्रोथ इंजन"नामक विषय पर एक सफलतम सेमिनार, कन्वेंशन सेंटर मानेसर (हरियाणा) में पाॅलिसी टाइम्स चैम्बर ऑफ कॉमर्स के डायरेक्टर जनरल, अकरम हक द्वारा बखूबी से संचालित की गई। उक्त सेमीनार में ईवी मैन्युफैक्चर्स, सप्लायर्स, पाॅलिसी मेकर्स, यातायात व इनर्जी सेक्टर्स के हितधारकों, ईवी तकनीकी के विशेषज्ञ, क्लीन इनर्जी और सस्टेनेबिलिटी के प्रोफेशनल्स, उद्धमी, एसोसिएट्स इंडस्ट्री, स्टूडेंट्स व मीडिया तथा विभिन्न हितधारकों की महती मौजूदगी रही। सेमीनार में प्रमुख वक्ताओं में आईकेट के सौरभ दलेला, डायरेक्टर ई-मोबलिटी एंड एसीसी प्रोग्राम नीति आयोग रणधीर सिंह, संतोष सास्की,अरिंदम लाहिरी,एन मोहन,मिस ऐश्वर्या रमन के अतिरिक्त जानी मानी विशेषज्ञ हस्तियां में प्रशांत के बनर्जी,उदय नारंग, मिस आयुषी जैन, श्रीश महेंद्रू, डा तपन साहू, सुदीप्त मैटी, मिस आशप्रीत सेठी रहें।
सौरभ दलेला निदेशक आईसीएटी ने एक थीम भाषण के साथ संगोष्ठी शुरू की और उन्होंने सांख्यिकीय तथ्यों को साझा कियाऔर बताया कि भारत सरकार का 10,000 करोड़ रुपये का निवेश पहले ही हो चुका है व आरडी बजट 14000 करोड़ है।दलेला ने कहा कि ईवी रोजगार के बड़े मौके,अनुसंधान और नवाचार प्रदान करता है। वर्तमान में भारत इनोवेशन में 50वें स्थान पर है और जल्द ही वह ओई निर्माताओं, सरकार और प्रतिबद्धताओं के सहयोगात्मक प्रयासों से दुनिया भर में 20वीं रैंक हासिल करेगा।
“इवेंट थीम में केन" शब्द भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए है। आज का क्षेत्र निम्न कार्बन उत्सर्जन प्रौद्योगिकी के साथ उच्च घनत्व पर केंद्रित है और ईवी को एक सूर्योदय क्षेत्र कहा जाता है। अतः प्राथमिक ध्यान अनुसंधान और विकास (आर एंड डी) पर होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि एआरए अग्रणी नीति है और उन्होंने विश्लेषण किया कि भारत में 2030 तक 114 गीगावाट घंटे की ईवी होगी।
रणधीर सिंह निदेशक-ई-मोबिलिटी और एसीसी कार्यक्रम, नीति आयोग ने कहा कि ईवी क्षेत्र में चुनौतियां तो बहुत हैं, लेकिन आज का भारत दृढ़ संकल्प के साथ समाधान निकालने में भी संलिप्त है। मसलन भारत 2030 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अपनाने की दिशा में आगे बढ़ रहाहै। आईसीएटी ने पावर ट्रेन लैब/सीओई, ईएमसी लैब और परीक्षण और विकासात्मक सेवाएं प्रदान करना शुरू कर दिया है।सेमीनार के अंत में,कार्यक्रम के संचालक व पीटीसी के डायरेक्टर अकरम हक व सीनियर पीआरओ आमीन ने सभी अतिथियों व आंगुतकों का सेमीनार में शिरकत करने के लिए शुक्रगुजार अदा किया।