इटली के प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का भ्रमण

इटली के प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का भ्रमण

नोएडा। एमिटी विश्वविद्यालय के शिक्षण एवं शोध कार्यो की जानकारी प्राप्त करने के लिए आज इटली की विदेश योग्यता के क्रेडिट मूल्यांकन के लिए जिम्मेदार संस्थान सीआईएमईए - एनएआरआईसी के पांच सदस्यों ने सीआईएईए - एनएआरआईसी इटालिया के निदेशक डा चियारा फिनोचिएती के नेतृत्व में एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डीन डा संजीव बंसल ने प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। कार्यक्रम में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सीटीज के मूल्यांकन और अंतरराष्ट्रीय प्रभाग के डिप्टी सेक्रेटरी श्री कुलदीप डागर भी उपस्थित थे। इस अवसर पर भविष्य के सहयोग के अवसरों का पता लगाने और भारतीय शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई।

इस प्रतिनिधिमंडल में सीआईएमईए - एनएआरआईसी इटालिया के निदेशक डा चियारा फिनोचिएती सहित सूचना और मूल्यांकन सेवा की प्रमुख सुश्री सेरेना स्पिीटालियेरी, ग्लोबल एंगेजमेंट यूनिट की प्रमुख सुश्री मारिना मालगिना, वरिष्ठ क्रेडेंशियल मूल्यांकनकर्ता सुश्री एना एड्रया पॉप और श्री एलन फ्रैंक गारनेर शामिल थे।

सीआईएमईए - एनएआरआईसी इटालिया के निदेशक डा चियारा फिनोचिएती ने संबोधित करते हुए कहा कि सीआईएमईए - एनएआरआईसी ने 1984 से इतालवी और अंर्तराष्ट्रीय उच्च शिक्षा और प्रशिक्षण से जुड़े विषय पर अपनी विशिष्ट गतिविधि द्वारा सूचना और योग्यता व मान्यता की प्रक्रियाओं पर सलाह दी है। हमारा उददेश्य सभी पहलुओं में अकादमिक गतिशीलता को आगे बढ़ाना है इसके अतिरिक्त इतावली प्रणाली और विदेशी शिक्षा के तत्वो की समझ को सुगम बनाना है। डा फिनोचिएती ने कहा कि एमिटी की शिक्षा प्रणाली ने हमें प्रभावित किया है हम उच्च शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के आवागमन के विभिन्न प्रक्रियाओं सहित अन्य क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर विचार करेगें।

एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी मे ंहम छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ वैश्विक अनावरण प्रदान करते है जिससे हमारे छात्र अन्य देशों के प्रख्यात संस्थान में जाकर अनुभव प्राप्त करें। वर्तमान में बड़ी संख्या में एमिटी के छात्र विदेश में उच्च शिक्षा के लिए वैश्विक स्तर के संस्थानों में जा रहे है। आपका यह शैक्षणिक भ्रमण हमें आपकी शिक्षा प्रणाली और आपको भारतीय शिक्षा प्रणाली के संर्दभ में जानने में सहायक होगा। आपसी सहयोग से दोनो देशों के संस्थानों के छात्रो ंको लाभ होगा। 

एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सीटीज के मूल्यांकन और अंतरराष्ट्रीय प्रभाग के डिप्टी सेक्रेटरी श्री कुलदीप डागर ने कहा कि इस प्रतिनिधिमंडल का यह शैक्षणिक भ्रमण अत्यंत बेहतरीन समय में हो रहा है जब नई शिक्षा नीति के अंर्तगत भारत में आपसी सहयोग और छात्रों के शिक्षण हेतु आवागमन के नये अवसर प्रदान किये जा रहे है। इस आपसी सहयोग से दोनो देशों के प्रख्यात संस्थानो के छात्रों हेतु विकास के द्वारा खुल रहे है। आज एमिटी में प्रतिनिधिमंडल के दौरे ने उन्हे भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान किस प्रकार कार्य करते है इसे जानने का मौका मिला है।

इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के कार्यवाहक रजिस्ट्रार प्रो आर के कपूर ने एमिटी एकेडमिक प्रणाली, रिसर्च एंड इनोवेशन के डीन प्रो सुनिल कुमार खत्री ने शोध कार्यो पर, एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के संयुक्त प्रमुख डा अभय बंसल ने अंर्तराष्ट्रीकरण पर प्रस्तुती दी। प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी और एआईएमएमएससीआर की प्रयोगशालाओं, केन्द्रीय पुस्तकालय, स्टूडियों और एमिटी इनोवेशन इंक्यूबेटर का दौरा किया।