नियमित टीकाकरण जरूर कराएं, बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है : डा. उबैद

नियमित टीकाकरण जरूर कराएं, बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है : डा. उबैद

मिशन इंद्र धनुष- 5 साल+7 बार+12 बीमारियों पर वार
पहले चरण में 9383 बच्चों व 3365 गर्भवती को लगाए गए टीके
 
नोएडा। विशेष टीकाकरण अभियान मिशन इंद्र धनुष-5.0 का पहला चरण 14 अगस्त को पूरा हो गया है। अभियान का दूसरा चरण 11 सितम्बर से 16 सितम्बर तक चलेगा। क्या आपने अपने बच्चे का नियमित टीकाकरण करा लिया है? भूल तो नहीं गये।,अगर नहीं कराया है तो देर न करें, टीका अवश्य लगवाएं। बच्चों का नियमित टीकाकरण बहुत जरूरी है। यह टीबी, हेपेटाइटिस बी, खसरा, रूबेला सहित 12 जानलेवा बीमारियों से बच्चे को सुरक्षा प्रदान करता है। यह बात उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. उबैद कुरैशी ने कही।

डा उबैद ने बताया कि जनपद में सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था है। उन्होंने बताया- अब शहरी क्षेत्रों में शून्य से पांच साल तक के सभी बच्चों के लिए प्रतिदिन टीकाकरण की व्यवस्था की गयी है। रविवार समेत सभी सातों दिन जिला संयुक्त अस्पताल में टीकाकरण किया जा रहा है । मंगलवार से रविवार तक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है। कहीं भी बच्चे को टीका लगवा सकते हैं। इसके अलावा टीकाकरण से छूटे बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए समय- समय पर विशेष अभियान चलाए जाते हैं।

अभियान का पहला चरण सात अगस्त से शुरू हुआ और सोमवार (14 अगस्त) तक चला। पहला चरण सात से 12 अगस्त तक चलना था लेकिन बाद में इसे शासन ने दो दिन बढ़ाकर 14 अगस्त तक कर दिया था। इस दौरान करीब 9383 बच्चों और 3365 गर्भवती का टीकाकरण किया गया। यह सभी वह बच्चे हैं जो नियमित टीकाकरण से वंचित रह गये थे। अभियान का दूसरा चरण 11 से 16 सितम्बर तक और तृतीय चरण नौ से 14 अक्टूबर तक चलेगा।

डॉ. उबैद ने बताया कि तपेदिक (टीबी), हेपेटाइटिस बी, पोलियो, गलघोंटू(डिप्थीरिया) काली खांसी (पर्टुसिस), टिटनेस, हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी संबंधी रोग (जीवाणु मेनिनजाइटिस, निमोनिया), रोटावायरस जनित डायरिया, न्यूमोकोकल रोग, खसरा (मीजल्स) रूबेला, जापानी  इंसेफेलाइटिस जैसी 12 जानलेवा बीमारियों से नियमित टीकाकरण रक्षा करता है। उन्होंने बताया- जापानी  इंसेफेलाइटिस पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नहीं है। यह बीमारी पूर्वी उत्तर प्रदेश के चयनित 38 जनपदों में है। इसलिये यहां इसका टीका नहीं लगाया जाता है।

5साल+7बार+12 बीमारियों पर वार
डा. उबैद ने बताया- बच्चे के जन्म के समय- पहली बार, डेढ़ महीने पर- दूसरी बार, ढाई महीने पर- तीसरी बार, साढ़े तीन महीने पर- चौथीबार, नौ से 12 माह पर- पांचवीं बार, 16 से 24 महीने पर छठवीं बार और पांच साल पर सातवीं बार टीकाकरण होना जरूरी है। बच्चों को बीमारियों से बचाना है, उनका जीवन खुशहाल बनाना है तो टीकाकरण समय से जरूर कराएं।

कब और कौन सा टीका लगेगा
उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी के अनुसार बताया- बच्चे को कब कौन सा टीका लगेगा। 
जन्म के समय  पहला टीका बीसीजी, बी-ओपीवी(जीरो डोज) हेपेटाइटिस बी (बर्थ डोज)
छह हफ्ते (डेढ़ माह) दूसरा टीका- बी- ओपीबी1, पेंटावैलेंट1, एफ-आईपीवी1, आरवीवी1 और पीसीवी1
दस हफ्ते (ढाई माह) तीसरा टीका- ओपीबी2, पेंटावैलेंट2 और आरवीवी2 
14 हफ्ते (साढ़े तीन माह) चौथा टीका- बी- ओपीबी1, पेंटावैलेंट1, एफ-आईपीवी3, आरवीवी3 और पीसीवी3
नौ से बारह माह पांचवां टीका- एमआर1 पीसीवी बूस्टर और विटामिन ए की डोज1
16 से 24 माह (दो वर्ष) छठवां टीका-एमआर 2, टीपीटी बूस्टर1और बी- ओपीवी बूस्टर
पांच से छह वर्ष –सातवां टीका- डीपीटी बूस्टर2।
इसके अलावा दस व 16 साल की उम्र में टीडी का टीका लगाया जाता है। गर्भवती को टीडी (एक व दो और बूस्टर) डोज जरूर लगवानी चाहिये। जेई वैक्सीन सिर्फ चुने हुए क्षेत्रों में दी जाती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में यह बीमारी नहीं है।