कृषि कानूनों की जानकारी देने के लिए संघ चला रहा है जागरूकता अभियान

कृषि कानूनों की जानकारी देने के लिए संघ चला रहा है जागरूकता अभियान

अन्नदाता भारत किसान संघ कृषि कानूनों के समर्थन में निकालेगा ट्रैक्टर रैली

नोएडा।PNI News। किसान आंदोलन में जिन निर्दोष भोल-भाले किसानों की मौत हुई है। इसके लिए सीधे तौर पर राकेश टिकैत, कांग्रेस और इनका समर्थन करने वाले लोग हैं। इन लोगों ने ही किसानों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि किसानों की जान लेने वाले इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करे, क्योंकि इन लोगों ने ही किसानों को तीनों कृषि कानूनों को लेकर गलत और झूठी अफवाहें फैलाकर गुमराह किया। जिसके चलते किसानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। ये बात मंगलवार को नोएडा मीडिया क्लब में अन्नदाता भारत किसान संघ के राष्ट्रीय संयोजक प्रशांत त्यागी ने कही।

प्रशांत त्यागी यहां आगामी ट्रेक्टर रैली को लेकर प्रेस वार्ता में मीडियाकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। त्यागी तीनों कृषि बिलों का समर्थन करते हुए कहा कि ये कानून किसानों के हित में हैं। इसको लेकर हम जागरूकता अभियान चला रहे हैं। हम जल्द ही सरकार से अनुमति मिलने के बाद ट्रेक्टर रैली निकालेंगे। जो नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल से शुरू होकर राजघाट पर समाप्त होगी। ये रैली पूरी तरीके से शांतिपूर्ण होगी।

संघ के चेयरमैन ठाकुर सुनिल सिंह ने कहा कि अन्नदाता' भारत किसान संघ संगठन जिसमें कई कृषक उत्पादक संगठन और अन्य कृषि संगठनों की भागीदारी है इसमें तेजी से किसान भाई जुड़ रहे हैं। संघ जिलेवार किसानों के हितों की बातों से संबंधित सभाएं आयोजित कर रहा है। सिंह ने कहा कि हमारा संगठन किसानों को खेती और रोजगार से संबंधित ज़रुरी तकनीकी जानकारियां और अन्य सहायता उपलब्ध करवा रहा है, जिसमें बैंक से लोन, आर्गेनिक खेती के प्रति जागरूकता, गौ पालन के लिए प्रेरणा, कृषि विशेषज्ञों से सहायता, ग्राम पर्यटन को बढ़ावा देना, किसान क्रेडिट कार्ड, बीमा, चारा विकास योजना, डेरी योजना आदि विषय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमें केवल नकारात्मक राजनीति को ही बढ़ावा देने की मंशा से कार्य नहीं करना चाहिए। बल्कि किसानों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए काम करना चाहिए। संघ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किसानों के हित में उठाये गए कदम की सराहना करने के साथ-साथ इसका समर्थन करता है। देश में सत्तारूढ़ सरकार खेती-किसानी के धंधे से जुड़े लोगों का हित चाहती है, इसलिए उसने इससे जुड़े कानूनों को बदलने की हिम्मत दिखाई है।

प्रेसवार्ता में प्रशांत त्यागी ने कहा कि किसान संगठनों ने 26 जनवरी पर शांतिपूर्ण रैली की अनुमति लेकर जमकर ड्रामा किया। पुलिसकर्मियों पर कातिलाना हमला किया। मैं हिंसा करने वाले लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या पुलिसकर्मी किसान पृष्ठभूमि से नहीं आते हैं। आप किस तरह के किसान है जब ये लोग किसानों के बेटे पुलिसकर्मियों पर ट्रेक्टर चढ़ा रहे थे।
महिला पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की गई। ये किसान आंदोलन नहीं किसानों को बदनाम करने की बहुत बड़ी साजिश है। इस साजिश को करने वाले लोगों का जल्द ही भंडा फूट गया है इसलिए इनके पंडाल खाली पड़े है। ये लोग बौखला चुके हैं। इनके असली चेहरे जल्द ही लोगों के सामने आएंगे। इसलिए हमारा संगठन किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान चला रहा है। त्यागी ने कहा कि ये हमारे लिए सम्मान की बात कि जहां-जहां हमारे संगठन के चेयरमेन ठाकुर सुनिल सिंह जा रहे हैं। किसानों का भारी समर्थन मिल रहा है।