सफलता के लिए तकनीकी और विषय दोनो की बेहतरीन समझ होना आवश्यक - विशेषज्ञ

सफलता के लिए तकनीकी और विषय दोनो की बेहतरीन समझ होना आवश्यक - विशेषज्ञ

नोएडा। PNI NEWS। छात्रों में उद्यमिता, नवाचार और नेतृत्व के गुणों को विकसित करने एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश द्वारा ‘‘उद्यमिता, नवाचार और नेतृत्व’’ पर चतुर्थ ऑनलाइन अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आज ‘‘व्यापार, प्रबंधन, वाणिज्य और कानून’’ पर परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा सत्र में एपी एंड पाटर्नर एडवोकेट्स के वरिष्ठ पाटर्नर आनंद प्रसाद, यूके के सॉलीसिटर एंड एडवोकेट प्रेम महिंद्रु, उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता विवेक नारायण शर्मा, पुणे के एएसएम गु्रप ऑफ इंस्टीटयूट के चेयरमैन डा संदीप पांचपाडें, पेरू के कोरपोरेट आटार्नी श्री मैक क्लेम पेना, उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप रॉय आदि ने अपने विचार रखे।

इस परिचर्चा सत्र में एमिटी लॉ स्कूल नोएडा के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय और एमिटी लॉ स्कूल के एडिशनल डायरेक्टर डा आदित्य तोमर द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। इस सत्र का संचालन एमिटी लॉ स्कूल की डा सुमित्रा सिंह द्वारा किया गया।

परिचर्चा सत्र को संबोधित करते हुए महामारी हो या ना हो कोरपोरेट संस्थानों ने डिजिटल को आत्मसात किया है आज कई तरह के विकल्प मौजूद है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेस का उपयोग करके विधिक क्षेत्र में कार्य के अवसर उपलब्ध हो रहे है। उन्होनें कहा कि डिजिटल का उपयोग करके न्यायालय की कार्यवाही और प्रक्रिया को सब के लिए सुलभ बनाया जा सकता है।

यूके के सॉलीसिटर एंड एडवोकेट प्रेम महिंद्रु ने कहा कि महामारी भविष्य के विधिक क्षेत्र में कार्य करने वाले युवाओं को नये अवसर प्रदान कर रहा है। यह आपको नई क्षमता, प्रतिभा प्रदान कर रहा है। नई चुनौतीयों के नये निराकरण प्राप्त हो रहे है। उन्होनें अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि महामारी ने नया प्रोत्साहन दिया है और उन्होनें नई चीजें सीखी है। जीवन में सफल होनें के लिए नवाचार आवश्यक है।

उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता विवेक नारायण शर्मा ने कहा कि हमें नये परिक्षेत्र में प्रवेश कर रहे है। डिजिटलाइजेशन ने विधिक बिरादरी, विधिक शिक्षा और कार्यप्रणाली को नये आयाम प्रदान किये है। तकनीकी के साथ नये परिवर्तन हो रहे है और उम्मीद है भविष्य में और भी बृहद परिवर्तन देखने के लिए मिलेंगे। हमें दो प्रकार की क्षमता का उपयोग करना है जिसमें नये पथ का निर्माण करना है और चुनौतियों का निराकरण प्रदान करना है। शर्मा ने कलाकार जूही चावला के केस की ऑनलाइन सुनवाई का उदाहरण देते हुए कहा हमें तकनीकी का उपयोग करते हुए सावधान रहना है और अपनी जिम्मेदारी का वह्न पूरी करना होगा।

पुणे के एएसएम गु्रप ऑफ इंस्टीटयूट के चेयरमैन डा संदीप पांचपाडें ने कहा कि हमें 210वी सदी में छात्रों के अंदर विचार करने, नवाचार, नेतृत्व आदि के गुणों को विकसित करना होगा। हर संकट अपने साथ अवसरों को भी लाता है और इस महामारी ने भी नये अवसर प्रदान किये है। कोरोना के कारण हमने तकनीकी को तेजी से आत्मसात किया है और रोजगार की भूमिका में परिवर्तन आया है। शोध के अनुसार उपलब्ध रोजगारों में से लगभग 60 प्रतिशत भविष्य में नही होगें या परिवर्तीत हो जायेगें इसलिए हमें छात्रों को भविष्य के रोजगार हेतु तैयार करना है। हमें इस प्रकार के छात्रों का निर्माण करना है जिन्हे तकनीक और अपने विषय दोनों की बेहतरीन जानकारी हो।

पेरू के कोरपोरेट आटार्नी मैक क्लेम पेना ने संबोधित करते हुए कहा कि आज हम देख रहे है किसी तरह विधिक प्रणाली, तकनीकी से एकीकृत हो रही है। महामारी ने पूरे विश्व को तकनीकी का अवसर दिया है जिसका उपयोग करके हमने कार्य को बेहतरीन ढंग से किया है। आज हमें कही जाने के लिए पैसे और समय खर्च करके वहां पहुंचने की बजाय डिजिटल रूप से जुड़ना अधिक सहज लगता है। आज कई बेहतरीन विधिक सेवा प्रदान करने वाले उपकरण और एप मौजूद है जिनका उपयोग किया जा रहा है।

उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप रॉय ने कहा कि आज आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस का उपयोग कानून प्रक्रिया में भी हो रहा है। महामारी मेे नये नवाचार हुए है और कार्य में पारदर्शिता सरलता आई है। उन्होनें विभिन्न विधिक एपों के बारे में भी जानकारी प्रदान की।

एमिटी लॉ स्कूल नोएडा के चेयरमैन डा डी के बंद्योपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन में आयोजित इस सत्र के माध्यम से हम कानून के छात्रों को कानून प्रणालियों और कार्यो में तकनीक के उपयोग की महत्वतता की जानकारी प्रदान करना चाहते थे। आज जब तकनीकी हर क्षेत्र से जुड़ रहा है तो विधिक प्रणाली मेे इससे दूर नही है। भविष्य को कार्यकुशल मानवसंसाधन को तैयार करने के लिए एमिटी द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें आप जैसे विशेषज्ञों से छात्रों को मार्गदर्शन प्राप्त होता है।