आईएमएस में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

आईएमएस में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) नोएडा ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। शुक्रवार को आयोजित इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के पहले दिन बतौर मुख्य वक्ता विजन डिजिटल इंडिया के चेयरमैन डॉ. हरि कृष्ण मरम, एनेनबर्ग स्कूल के डिजिटल फ्यूचर सेंटर, दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. जेफ कोल, भारत में ग्रॉस डोमेस्टिक नॉलेज मॉडल के आविष्कारक प्रो. अम्बर्टो सुलपासो ने अपने विचार प्रकट किए। वहीं कार्यक्रम के दौरान आईएमएस के प्रेसिडेंट राजीव कुमार गुप्ता, डीन प्रो. (डॉ.) मंजू गुप्ता, के साथ शिक्षक एवं छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डॉ. मंजु गुप्ता ने कहा कि जीडीकेपी वास्तव में एक क्रांतिकारी चरण है। यह सम्मेलन जीडीपी के विपरीत ग्रॉस डोमेस्टिक नॉलेज प्रोडक्ट (जीडीकेपी) के पैरामीटर पर भारत के विकास को मापने के लिए एक नई पहल है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य दुनिया भर के बुद्धिजीवियों को एक साथ जोड़कर नवाचार के लिए खुद को नॉलेज हब के रूप में विकसित करना है। वहीं मुख्य अतिथि डॉ. हरिकृष्ण मरम ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीडीकेपी के माध्यम से भविष्य में करोड़ों युवाओं की कौशल विकास पर ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आनेवाले 10 सालों में भारत विश्व तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन कर उभरेगी।

कार्यक्रम के दौरान प्रो. अम्बर्टो सुलपासो ने जीडीकेपी के चार बुनियादी स्तंभों के माध्यम से राष्ट्र के विकास की चर्चा की। उन्होंने कहा कि नॉलेज आइटम्स, कंट्री नॉलेज प्रोड्युसिंग मैट्रिक्स, कंट्री नॉलेज यूजर मैट्रिक्स एवं कॉस्ट ऑफ लर्निंग चार ऐसे स्तंभ है जिसके माध्यम से किसी भी राष्ट्र के विकास एवं भविष्य को मापा जा सकता है। वहीं आज के कार्यक्रम में नीतू कुमारी नूतन, स्मृति रस्तोगी, सुजाता सिंह, लक्षिका जोशी, शिव विनायक शर्मा, डॉ स्मृति जैन, डॉ प्रीति अधव, डॉ वेंकटेश्वर रेड्डी आदि मौजूद थे वहीं जोफ़ गेल, उम्बर्तु सुल्पासो, डॉ पी श्रीनिवास राव ने वर्चुअली अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।