निर्दलीय प्रत्याशी मुमताज आलम ने जनता से मांगा आशीर्वाद

निर्दलीय प्रत्याशी मुमताज आलम ने जनता से मांगा आशीर्वाद

नोएडा। आगामी लोकसभा चुनाव के निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद मुमताज आलम द्वारा जनता से सीधे संवाद के साथ आशीर्वाद की मांग और वर्तमान सांसद द्वारा जनता से की गई वादाखिलाफी के संबंध में नोएडा मीडिया क्लब में एक प्रेस वार्ता रखी।

निर्दलीय लोकसभा चुनाव प्रत्याशी मुमताज आलम ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में शहर की पानी की सप्लाई को दुरुस्त करने, सार्वजनिक शौचालय सहित अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि गांव में जलापूर्ति तो हो रही है, लेकिन गंदा पानी आता है। शिकायत के बाद भी जलापूर्ति में सुधार नहीं हो रहा है। दूषित पानी पीने से बीमारी होने का खतरा रहता है। सीवर की लाइन आधे गांव में ही है। बाकी के लिए सर्वेक्षण होने के बाद भी काम शुरू नहीं हुआ। नाली का पानी सड़क पर आने से गंदगी फैली रहती है। कई जगहों पर नाली भी टूट गई है। प्राधिकरण के अधिकारी बजट न होने का बहाना बताते हैं। इस संबंध में कार्य किए जाएंगे।

कई वर्षों पहले शहर और  गांव के कुछ हिस्से में आरसीसी रोड का निर्माण किया गया था, जो अधूरा पड़ा है। इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है, पूरा कर जाएगा।

किसानों को आवंटित किए गए 5 प्रतिशत आबादी भूखंड में जाने का रास्ता नहीं है। ऐसे में वहां पर मकान बनाकर रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

वर्षों का समय बीत जाने के बाद भी श्मशान की बाउंड्री नहीं कराई गई। श्मशान घाटों की बाउंड्री वॉल कराई जाएगी।

हाईमास्ट लाइट व नल की व्यवस्था भी नहीं की गई।

उन्होंने कहा कि कुछ जनप्रतिनिधि तो चुनाव जीतने के बाद गांव की तरफ झांकना भी जरूरी नहीं समझते। उनकी मांग है कि जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों के बच्चों के लिए रोजगार की व्यवस्था की जाए। जमीन चली जाने से रोजगार की समस्या पैदा हो गई है। यहां स्थित कंपनियों में स्थानीय युवाओं के साथ भेदभाव किया जाता है।

चिकित्सा और शिक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। इस लोकसभा चुनाव में ऐसे जनप्रतिनिधि को वोट दें। जो युवाओं को शिक्षित बनाने के साथ-साथ उनके लिए रोजगार दिलाने का वादा करे।

गांव में अधूरे पड़े विकास कार्यों को पूरा कराएं। जिले में आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को पूरा करने वाले नेता को वोट दें और इस चुनाव में किसान विरोधी नेताओ का बहिष्कार किया जाना चाहिए।

नेता ऐसा हो जैसे 90 के दशक में हुआ करते थे। चुनाव के दौरान वे जो बात कहते थे उसे पूरा भी करते थे। भरोसेमंद नेता को वोट दें।

नेता ऐसा होना चाहिए जो युवा वर्ग की बात सुने, उनके लिए रोजगार की गारंटी दें और शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर काम करके दिखाए। गांव में अधूरे पड़े विकास कार्यों को पूरा कराएं।

चुनाव के समय लोगों के बीच में आने वाले नेता को नहीं चुनना चाहिए, हमेशा साथ खड़े रहने वाले जनप्रतिनिधि को आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए। युवाओं को रोजगार दिलाने के झूठे वादे करने वाले नेता का बहिष्कार किया जाना चाहिए। जनता को बरगलाने और झूठे वादे करने वाले नेता को वोट नहीं दें। किसान-गरीबों की आवाज को सरकार तक पहुंचाने वाले नेता को वोट देंगे। जनप्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए जो हमारी बात को सरकार तक पहुंचा सके।

शासन और प्रशासन द्वारा गांव का विकास किया जाता है। नेता तो अपनी वाहवाही लूटते हैं। लोकसभा चुनाव में अपने वादे पर खरे उतरने वाले को वोट दें। हमें ऐसा नेता चुनना चाहिए जो जरूरत पड़ने पर हमारे काम आ सके और दुख सुख में हमारी मदद करें। गांवों की समस्याओं को प्राथमिकता से हल कराए।