श्री झूलेलाल जयंती: सिंधी समाज का चेटीचंद पर्व आज

श्री झूलेलाल जयंती: सिंधी समाज का चेटीचंद पर्व आज

नोएडा। हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2081 के साथ ही नवरात्रि का प्रारंभ होता है वही सिंधी समाज के इष्ट देव झूलेलाल का जन्मोत्सव चेटीचंद के रूप में मनाया जाता है  इसी दिन सिन्धी समाज का नव वर्ष भी शुरू होता है।

भारतीय सिंधु सभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष नरेश कुमार जोतवानी ने बताया कि आज 10 अप्रैल को सिंधी समाज अपने इष्ट देव झूलेलाल जयंती महोत्सव चेटीचंद के रूप में पूरी दुनियां में मना रहे है। इस की तिथि हमेशा विक्रम संवत के अनुसार होती है जो हर वर्ष अलग-अलग तारीखों में परंतु समानायतः मार्च या अप्रैल माह में होती है। सिंधी समाज इस पर्व को बड़ी आस्था व विशालता से मानता है। इस दिन सिंधी समाज अपनी दुकानें, व्यवसाय बंद रखकर पर्व मनाने में शामिल होता है। इष्ट देव झूलेलाल की विभिन्न झांकियों सहित शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें समाज का हर नागरिक शामिल होता है जिससे समाज में एकता देखने लायक होती है। इस बार इष्ट देव झूलेलाल जयंती चेटीचंद व सिंधी भाषा दिवस 10 अप्रैल 2024 का एक साथ योग आया है।  

सिन्धु घाटी की सबसे पहली व पुरानी सभ्यता मोहनजोदड़ो है, यही सिंध में झुलेलाल जी का जन्म हुआ था, उनके जन्म को आज भी पूरे विश्व  के सिन्धी समाज लोग झुलेलाल जयंती या चेटीचंद नाम से मनाते है। इस दिन से हमारे सिन्धी समाज का नया वर्ष शुरू होता है, जिसे हम बड़ी धूमधाम से मनाते है।