खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स से होगी यूपी पर्यटन की भी ब्रांडिंग

गोरखनाथ मंदिर व तथागत की महापरिनिर्वाण स्थली का दर्शन करेंगे गोरखपुर आने वाले रोइंग के खिलाड़ी

गोरखपुर। यूपी की मेजबानी में होने जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स से प्रदेश में खेलों को लेकर नया माहौल तो बनेगा ही, प्रदेश के पर्यटन स्थलों की भी ब्रांडिंग होगी। सभी मेजबान शहरों में प्रतिभागियों को प्रमुख पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा। खेलो इंडिया की रोइंग प्रतियोगिता की मेजबानी गोरखपुर को मिली है। इसमें शामिल होने के लिए गोरखपुर आने वाले देशभर के युवा खिलाड़ी नाथपंथ के विश्व विख्यात गोरखनाथ मंदिर व कुशीनगर में तथागत भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली का भी दर्शन करेंगे। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को बहुआयामी दृष्टिकोण से आयोजित किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में देशभर के विश्वविद्यालयों के खिलाड़ी यूपी आएंगे। ऐसे में उनके लिए उत्तर प्रदेश की बदलती तस्वीर, यहां की विरासत, कला-संस्कृति एवं प्रमुख पर्यटन स्थलों को जानने का भी अवसर होगा। प्रतियोगिता उनके लिए यादगार बने और वे यूपी को दिल मे बसाकर अपने प्रांतों को लौटे, इसके लिए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को सिर्फ प्रतिभा प्रदर्शन के मंच तक सीमित नहीं रखा गया है। इसे लेकर तैयार व्यापक कार्ययोजना के मुताबिक मेजबान जिलों के अधिकारी समन्वित रूप से कार्य कर रहे हैं। अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल तैयारियों की समीक्षा करने के साथ जिलों में प्रशासन व खेल विभाग के अधिकारियों के संपर्क में बने हुए हैं। उनके दिशानिर्देश पर खिलाड़ियों को सभी बेहतरीन सुविधाएं देने के साथ उनके पर्यटन, कला-संस्कृति के अवलोकन का भी इंतजाम किया जा रहा है ताकि वे यूपी की विशिष्टता को जान सकें। 

गोरखपुर भी खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के मेजबान शहरों में से एक है। यहां के रामगढ़ताल में 27 से 31 मई तक रोइंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। रोइंग प्रतियोगिता के कुल 30 इवेंट्स में देशभर के 24 विश्वविद्यालयों के 471 महिला-पुरुष खिलाड़ियों का पंजीकरण हो चुका है। गोरखपुर आने वाले इन खिलाड़ियों, कोच व सपोर्टिंग स्टाफ को गोरखनाथ मंदिर व कुशीनगर का भ्रमण कराया जाएगा। कुशीनगर भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली है और देश-दुनिया के पर्यटक यहां बड़ी संख्या में आते हैं। खिलाड़ियों को गोरखनाथ मंदिर व कुशीनगर भ्रमण के दौरान सुविधाजनक तरीके से आवागमन व लंच की व्यवस्था की जिम्मेदारी क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र मिश्रा को सौंपी गई है।