मेट्रो अस्पताल एवं हृदय संस्थान की हृदय रोग ओपीडी की बुलंदशहर में हुई शुरुआत











आधुनिक जीवन शैली, खानपान बढ़ा रही ह्रदय रोग एवं लाइफ स्टाइल संबंधित बीमारियां।
बुलंदशहर में ही कर सकेंगे हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श, अब नोएडा या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं।
बुलंदशहर। बदलती जीवन शैली, स्ट्रेस , व्यायाम का अभाव एवं अनुचित खानपान एवं जंक फूड एवं अन्य कारणों से भारत में हृदय रोग, मस्तिष्क रोग, ब्रेन अटैक एवं अन्य बीमारियों के मरीजों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
यह बातें मेट्रो अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पीटी उपासनी ने बुलंदशहर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं।
डॉ उपासनी ने बताया व्यायाम के अभाव, शराब और सिगरेट का सेवन, गुटखा एवं तंबाकू, मोटापे के कारण उक्त रक्तचाप एवं डायबिटीज की बीमारी भी लोगों को तेजी से। अपना शिकार बना रही है।
हम सब अपनी दिनचर्या में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि शरीर में लक्षण.आने के बाद भी डॉक्टर से परामर्श नहीं करते या उसको टालते रहते हैं जिसके कारण बीमारी बढ़ जाती है। जब मरीज अस्पताल पहुंचता है तो काफी देर हो चुकी होती है।
जरूरत इस बात की है कि 40 साल से अधिक पुरुष एवं महिलाओं को साल में एक बार जांच जरूर करानी चाहिए। इस जांच को प्रीवेंटिव हेल्थ चेक अप के नाम से भी जाना जाता है।
अगर जांच में सब कुछ ठीक है तो स्वस्थ जीवन शैली को अपनाएं जिसमें प्रतिदिन आधा घंटा ब्रिस्क वाकिंग या सैर करना या दौड़ना, दूध दही का कम सेवन, उपयुक्त मात्रा में पानी पीना, समय पर सोना एवं सुबह जल्दी उठना, मोबाइल फोन का उपयोग कम से कम करना आदि शामिल है।
लक्ष्मी अस्पताल बुलंदशहर के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर यतेंद्र शर्मा ने इस मौके पर बताया कि प्रथम चरण में मेट्रो अस्पताल एवं हृदय संस्थान नोएडा के हृदय रोग विशेषज्ञ लक्ष्मी अस्पताल में उपलब्ध होंगे।
द्वितीय चरण में अन्य सुपर स्पेशलिस्ट भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
इन सेवाओं का मकसद सिर्फ एक ही है की मरीज अपनी सेहत का ध्यान सही समय पर बुलंदशहर में ही रख सके अब हृदय रोग परामर्श के लिए नोएडा या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है।



