तिरंगे का पाँचवा रंग - प्रवीण कुमार

हमारा लहराता तिरंगा, है हम सबकी जान
हमारा तिरंगा है, हमारे भारत की पहचान ।
आओ सब मिलकर, करे इसकी पूजा
कि बसते है, इसमें शहीदो के प्राण ।।
ये तिरंगा प्यारा, जन जन का है दुलारा
बढ़ाता है विश्व भर में भारत की शान ।
ये तिरंगा नहीं हमसे, हम है इस तिरंगे से
क्यों ना हो जायें, इस तिरंगे पर क़ुर्बान ।।
हमारा लहराता तिरंगा, है हम सबकी जान
हमारा तिरंगा है, हमारे भारत की पहचान ।
हरा लिए हरयाली, श्वेत शांति का फ़रमान
केसरिया भरदे जोश, किसान हो या जवान।
तिरंगा तीन रंग में रंगा, केवल एक झंडा नहीं
हम भारतियों की है, ये आन बान और शान।
हमारा लहराता तिरंगा, है हम सबकी जान
हमारा तिरंगा है, हमारे भारत की पहचान ।
कैसे भूल जायें हम, न्याय के नीले चक्र को
याद आते हैं जिससे, सम्राट अशोक महान ।
पाँचवा रंग लाल, जो तिरंगे की है जान
इसमें लिपटते है शहीद, होकर क़ुर्बान।।
हमारा लहराता तिरंगा, है हम सबकी जान
हमारा तिरंगा है, हमारे भारत की पहचान ।
- प्रवीण कुमार