नाबार्ड समर्थित सहकार हाट 2025 का भव्य समापन समारोह सम्पन्न

नाबार्ड समर्थित सहकार हाट 2025 का भव्य समापन समारोह सम्पन्न

आठ दिवसीय सहकार हाट 2025, जिसे नाबार्ड (NABARD) के सहयोग से आयोजित किया गया था, आज एम्पोरिया कॉम्प्लेक्स, कनॉट प्लेस में भव्य समापन समारोह के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन ने भारत की समृद्ध हस्तशिल्प परंपराओं और ग्रामीण उद्यमिता की भावना का उत्सव मनाया।

19 दिसंबर 2025 को आयोजित समापन समारोह में श्री कृष्ण कुमार सिंह, आईएएस, रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, जीएनसीटीडी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली में सहकारी समितियों ने नाबार्ड के सहयोग से सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कुछ नई पहल की हैं। उन्होंने देश भर के सहकारी उत्पादों को प्रदर्शित करने वाली एक विशेष प्रदर्शनी के सफल आयोजन के लिए नाबार्ड को बधाई दी।

इस अवसर पर बोलते हुए, नाबार्ड, नई दिल्ली क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक/प्रभारी श्री नबीन कुमार रॉय ने ग्रामीण कारीगरों को सशक्त बनाने, जी.आई.आई.-आधारित आजीविका को बढ़ावा देने और जमीनी स्तर पर उद्यमिता को प्रोत्साहित करने में नाबार्ड के निरंतर प्रयासों पर जोर दिया।उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 'अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025' के समारोहों के एक भाग के रूप में आयोजित किया गया था।

प्रदर्शनी का विषय 'सहकार से व्यवसाय तक - नाबार्ड के साथ' , सहकारी समितियों के जीवंत योगदान को प्रदर्शित करता है।समापन समारोह में राजस्थान, छत्तीसगढ़ औरगुजरात से आए शिल्पकारों ने अपने भावपूर्ण अनुभव साझा किए। उन्होंने इस अवसर पर नाबार्ड आभार व्यक्त किया जिसने उन्हें पहली बार इतने बड़े मंच पर अपने उत्पाद प्रदर्शित करने का अवसर दिया। कई शिल्पकारों ने बताया कि उपभोक्ताओं से सीधे संवाद करने से उन्हें उचित मूल्य निर्धारण और बिचौलियों को हटाने के लाभ समझने में मदद मिली।

13 से 20 दिसंबर तक आयोजित सहकार हाट में 19 राज्यों के 100 से अधिक कारीगर एक मंच पर एकत्रित हुए और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक शिल्प कौशल और भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पादों का शानदार प्रदर्शन किया। सहकार हाट 2025 की सफलता भारत की हस्तकला विरासत को संरक्षित करने और समावेशी एवं टिकाऊ आजीविका को बढ़ावा देने के प्रति नाबार्ड की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।