गाज़ियाबाद में आरडब्लूए की राष्ट्रिय कांफ्रेंस का आयोजन हमारे लिए गर्व की बात है

गाजियाबाद।PNI News। कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आर डब्लू ऐ - उत्तर प्रदेश ( कोरवा - यूपी ) ने एक साहसिक कदम उठाया है आर डब्लू ऐ की दो दिवसीय राष्ट्रिय कांफ्रेंस आयोजित करने का। यह कांफ्रेंस 23-24 नवम्बर को कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज ,गाज़ियाबाद में आयोजित की जाएगी। अब तक ऐसी कोंफ्रेंसिस त्रिवेंद्रम , विशाखापट्नम , मुंबई , हैदराबाद , बंगलौर में आयोजित की गई थी और इन सब कोंफ्रेंसिस में संयोजक गाज़ियाबाद ही रहा है। यह पहली बार है जब गाज़ियाबाद में इस तरह का अयोजन किया जा रहा है। तमिलनाड, केरला, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उत्तर पूर्व एवं उत्तर भारत के आर डब्लू ऐ फेडरेशनस के शीर्ष पदाधिका् इस कोंफ्रेंस में भाग लेंगे।
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत कांफ्रेंस का उद्घाटन करेंगे। भारत सरकार के राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह मुख्या अतिथि होंगे और अलग अलग सत्र में अतुल गर्ग, अनिल अग्रवाल, सुनील शर्मा , दिनेश गोयल ,DERC के चेयरमैन न्यावयधीश शबीहुल हसनैन , NDMC के उपाध्यक्ष श्री सतीश उपाधयाय , यू पी रेरा के चेयरमैन राजीव कुमार , जल पुरुष राजेंद्र सिंह और स्थानीय अधिकारीयों ने इस कोंफ्रेंस के लिए न केवल आतिथ्य स्वीकार किया बल्कि अपेक्षा से अधिक सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है I यह हमारे शहर के लिए अत्यंत गर्व का विषय है।अपराध और प्रदुषण की छवि से उभरने के लिए ऐसे आयोजन राम बाण साबित होंगे I
इस कोंफ्रेंस को चौथे स्तर की भारतीय संसद माना जाना चाहिए क्योंकि इसमें देश भर के चुने हुए आर डब्लू ऐ फेडरेशन और कोंफ्डरेशन के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। संसद , विधायिका और नगर निगम के बाद चौथा स्तर आरडब्लू ऐ का होता है जिनका अपने क्षेत्र के सिटिजन के साथ सीधा , प्रभावशाली , त्वरित और अतरंग समबन्ध होता है। सच तो यह है की लोकतंत्र आर डब्लू ऐ से ही प्रारम्भ होता है। ग्रामीण क्षेत्र में इसे ग्राम पंचायत समझा जा सकता है।
सत्ता का क्रेन्द्रीयकरण लोकतंत्र की भावना पर खरा नहीं उतरता। जो काम नीचे वाली संस्था कर सकती है वह उससे ऊपर वाली संस्था को नहीं करना चाहिए। लेकिन क्रेन्द्रीयकरण की वजह से ऐसा हो रहा है। इस परिस्थिति को बदलने के लिए यह कांफ्रेंस आयोजित की जा रही है I इसका इस बार केंद्र बिंदु है “पीने का पानी“।