पूर्व पत्नी का मामला होता, हाथ तोड़ चुके होते और जुबान निकाल लेते - नवीन जयहिंद

जयहिंद सेना प्रमुख डॉ नवीन जयहिंद ने स्वाति मालीवाल के साथ हुई घटना को एक स्कैंडल बताते हुए कहा कि दिल्ली मुख्यमंत्री आवास “गटर हाउस” है जिससे बड़ी गन्दी बदबू आ रही है। “गटर हाउस” में हुई ये घटना एक गहरी साजिश और बहुत बड़ा स्कैंडल है। इस पुरे मामले में मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर भी एफआई आर दर्ज होनी चाहिए क्योंकि उसके घर पर ये घटना हुई है। जिसने इस घटना को अंजाम दिया है उसकी इतनी औकात नहीं है कि वो एक राज्य सभा सांसद के साथ इस तरह की घटना को अंजाम दे। जयहिंद ने स्वाति की जान को खतरा बताते हुए कहा कि उसे डराया जा रहा है और धमकाया जा रहा है। नहीं तो कोई पीसीआर को फोन कर बुलाता और न ही वो थाने में जाती। अब भी उसे चुप कराया जा रहा है डराया जा रहा है|
जयहिंद ने कहा कि ये मामला पूर्व पत्नी का नहीं है सिर्फ , लाखों महिलाओं का मान -सम्मान और स्वाभिमान जुड़ा हुआ है | अगर पूर्व पत्नी का मामला होता तो अब तक जो हाथ स्वाति पर उठे वे हाथ टूट चुके होते और जिसने अपनी जुबान से इस साजिश के आदेश दिया है उसकी जुबान निकल चुके होते | ये मामला मेरा व्यक्तिगत मामला नहीं है।
जयहिंद ने देश के गृह मंत्री, दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय महिला आयोग से अपील करी की कि ये चुप क्यों है। स्वाति की जान को खतरा है। कल को उसका कोई एक्सीडेंट हो सकता है या उसके साथ कोई अचानक हादसा हो सकता है। स्वाति एक राज्यसभा सांसद है कोई आम महिला नहीं है। दिल्ली पुलिस को भी स्वतः संज्ञान ले इस पुरे मामले की जांच करनी चाहिए।
जयहिंद ने स्वाति को भी समाने आ कर अपनी मान-सम्मान की लड़ाई लड़ने की बात कहि कि स्वाति झाँसी की रानी है , मर्दानी है। वो टुचभाइयों से नहीं डर सकती, जिसने लाखों महिलाओं की आवाज उठाई और हजारों महिलाओं को इन्साफ दिलवाया हो।
जयहिंद ने वही दिल्ली मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ तो ये महिला सम्मान और नारी सशक्तिकरण की बात कर रहे और दूसरी तरफ “गटर हाउस” में उनकी ही महिला राज्यसभा सांसद के साथ इतना बर्बतापूर्ण व्यवहार किया जाता है | इन दोगले लोगों का कोई इमान नही है। इस मामले को लेकर स्वाति को सामने आना चाहिये और खुद के लिए आवाज उठानी चाहिए।
वही जयहिंद ने बताया कि उनका स्वाति के साथ 2020 में तलाक हो गया था उसके बाद स्वाति के साथ उनका कोई सम्पर्क नहीं है इसलिए ये उनकी पूर्व पत्नि का मामला नहीं बल्कि एक महिला- एक सांसद का मामला है, लाखों महिलाओं की बात है अगर इस मामले का सच सबके सामने नही आया तो समाज में एक गलत संदेश जायेगा | अगर एक सामान्य परिवार के साथ ऐसा हुआ होता तो उसके पुरे परिवार को उठा लेते, उसके घर पर ताला लग गया होता अगर जयहिंद से मदद मांगी गई तो वे सबसे पहली कतार में खड़े होंगे। अकेले वो नहीं लाखों लोग स्वाति की मदद के लिए खड़े है | लेकिन स्वाति को खुद आगे आ कर सारे मामले को जनता के सामने रखना होगा।
जयहिंद ने कहा कि वे कई सालों से इन लोगों को जानते है | अन्ना आन्दोलन की कोर कमेटी का सदस्य रहे है। तिहाड जेल में भी अन्ना और केजरीवाल के साथ वो ही गये थे। नेशनल एग्जीक्यूटिव का हिस्सा रहे है। पार्टी के हरियाणा के अध्यक्ष रहे है | उनसे ज्यादा इन लोगों को कोई नहीं जानता है। व्यक्तिगत मामला होगा तब उन्हें किसी सिस्टम की जरूरत नहीं है वो अपने तरीके से इस मामले पर बात करेंगे।
जयहिंद से वही संजय सिंह को केजरीवाल का तोता बताते हुए कहा कि संजय सिंह कैसे सांसद बने है उन्हें बताने की जरूरत नहीं है | उनके बयान सिर्फ लिपा पोती है इस पूरी साजिश को दबाने के लिए | ये सिर्फ एक्टिंग है | एक्टिंग के आलावा कुछ नही है संजय सिंह के पास | ये कोई विरोधी पार्टियों का मामला नहीं है | अगर उनका जमीर बचा हुआ , शर्म बची है तो कुछ तो लिहाज करते | स्वाति को अपनी छोटी बहन बताते थे | उसकी बहन के साथ इतनी बड़ी घटना हो गई और वो कार्यवाही की बात कर रहा है | संजय सिंह सुप्रीम कोर्ट , हाई कोर्ट या एसपी , डीसीपी लगा हुआ है जो कार्यवाही करेगा | क्या है संजय सिंह | कार्यवाही ये है कि वे बोले एफआईआर दर्ज हो, जो उस वक्त उस गटर हाउस में मोजूद थे |
जयहिंद ने इस पुरे मामले की गहन जाँच और स्वाति से अपने लिए आवाज उठाने और लड़ने की बात कही।