NCR ओपन कराटे-डू चैंपियनशिप 2025 में चमकी आराध्य गुप्ता की प्रतिभा

NCR ओपन कराटे-डू चैंपियनशिप 2025 में चमकी आराध्य गुप्ता की प्रतिभा

मदर मेरी स्कूल, मयूर विहार के छात्रों ने दिखाया दमखम — समाजसेवी दीपक गुप्ता की सुपुत्री ने जीता सिल्वर मेडल

गाज़ियाबाद । कराटे फाउंडेशन द्वारा भव्यता से आयोजित NCR ओपन कराटे-डू चैंपियनशिप 2025 इस वर्ष रोमांच, प्रतिस्पर्धा और उत्कृष्ट प्रदर्शन का अनूठा संगम बनी। NCR क्षेत्र के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों प्रतिभावान खिलाड़ियों के बीच मुकाबला बेहद कड़ा और चुनौतीपूर्ण रहा। दिल्ली के प्रतिष्ठित मदर मेरी स्कूल, मयूर विहार की टीम ने इस प्रतियोगिता में शानदार रणनीति, अनुशासन और टीम स्पिरिट का परिचय देते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया।

स्कूल ने विभिन्न श्रेणियों में मिले पदकों के आधार पर कुल स्कोरिंग में द्वितीय स्थान (Second Position) हासिल कर पूरे क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की। इस पूरी प्रतियोगिता में सबसे अधिक सुर्खियाँ बटोरीं समाजसेवी दीपक गुप्ता की सुपुत्री और उभरती कराटे खिलाड़ी आराध्य गुप्ता ने, जिन्होंने अपने बेहतरीन खेल, अदम्य साहस और सटीक तकनीकों के दम पर सिल्वर मेडल जीता।

कई कठिन राउंड्स को पार करते हुए आराध्य ने मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के सामने गजब का आत्मविश्वास दिखाया। उनकी तेज़ रफ्तार, प्रहार की सटीकता और धैर्य ने निर्णायकों और दर्शकों दोनों को प्रभावित किया। प्रतियोगिता में मौजूद प्रशिक्षकों और विशेषज्ञों ने आराध्य की तकनीक, फोकस और खेल भावना की खुलकर सराहना की।

स्कूल प्रबंधन ने भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि आराध्य हमेशा से ही मेहनती और सीखने के लिए समर्पित रही हैं। यह सफलता उनके उज्ज्वल भविष्य की शुरुआत है। समाजसेवी दीपक गुप्ता ने भी अपनी पुत्री की उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा “यह मेडल सिर्फ जीत नहीं, बल्कि कठिन परिश्रम, नियमित अभ्यास और अटूट संकल्प का परिणाम है। आराध्य ने न सिर्फ परिवार, बल्कि स्कूल और समाज का नाम रोशन किया है।” प्रतियोगिता के समापन पर आयोजकों ने सभी विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया और भविष्य में ऐसे आयोजनों को और बड़े स्तर पर आयोजित करने की घोषणा की, ताकि युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं तक पहुँचने के अधिक अवसर मिल सकें।

आराध्य गुप्ता की यह शानदार उपलब्धि यह साबित करती है कि यदि सही मार्गदर्शन और बेहतर अवसर मिलें तो युवा खिलाड़ी किसी भी मंच पर अपनी चमक बिखेर सकते हैं।